उदयपुर जिले में मतदाताओं के मौन के बीच 70 प्रतिशत से अधिक मतदान ने प्रत्याशियों की बढ़ाई धड़कनें
उदयपुर, 25 नवम्बर। पहले सोनोग्राफी मशीनें गर्भ में झांक कर बता देती थीं कि लड़का है या लड़की, लेकिन बाद में यह मशीनें प्रतिबंधित कर दी गईं, इसलिए अब कोई मशीन मतदाता के गर्भ में झांक कर नहीं बता सकती कि उसने किसको चुना है, यह तो मतगणना के दिन जब डिलीवरी होगी तभी पता चलेगा कि लड़का हुआ या लड़की।
उदयपुर जिले के मावली विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण मतदान केन्द्र महात्मा गांधी राजकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल गुड़ली में मतदान करने आए डालजी डांगी ने यह बात तब कही, जब मीडियाकर्मियों ने उनका मन टटोलना चाहा। सोनोग्राफी मशीन से लड़का-लड़की पता करने के उदाहरण को उन्होंने मतदाता के मन से तुलना करके जो बात कही, उसने सभी को निरुत्तर कर दिया। मीडियाकर्मियों के साथ वहां खड़े अन्य मतदाता भी मुस्कुरा उठे।
डालजी की यह बात हर मतदान केन्द्र पर लागू हुई। मतदाता मौन रहा। उसने किसी भी तरफ रुझान नहीं दिखाया। लेकिन, उदयपुर में मतदान का प्रतिशत गतिशील रहा और शाम तक 70 पार कर गया। मतदाता के इस मौन और मतदान के प्रतिशत ने न केवल सर्वेक्षण करने वालों, बल्कि प्रत्याशियों को भी पसोपेश में डाल दिया है। आखिर ऊंट किस करवट बैठेगा, अब यह चर्चा चल पड़ी है।