कोलकाता, 1 अप्रैल । पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस की  आंतरिक अनुशासन समिति ने विधानसभा में बजट सत्र के आखिरी दिन अनुपस्थित रहने वाले 30 पार्टी विधायकों को चिह्नित किया है, जिनमें राज्य कैबिनेट के एक मंत्री भी शामिल हैं। ये 20 मार्च को बजट सत्र के दूसरे चरण के आखिरी दिन अनुपस्थित रहे। इन विधायकों ने पार्टी व्हिप की अवहेलना करते हुए विधानसभा में उपस्थिति नहीं दी, और न ही उन्होंने स्पीकर बिमान बंद्योपाध्याय के कार्यालय को अपनी अनुपस्थिति के बारे में पूर्व सूचना दी।

इन विधायकों को इस महीने अनुशासन समिति के सामने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया है। उन्हें यह स्पष्ट करना होगा कि पार्टी व्हिप की अवहेलना करने पर उनके खिलाफ आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की जाए।

सूत्रों के अनुसार, राज्य के मंत्री और पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी का नाम भी इस सूची में शामिल है, जिन्हें अपनी अनुपस्थिति का कारण बताने के लिए समिति के सामने पेश होना होगा। तिवारी ने 2021 में विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस में शामिल होकर शिबपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीता था।

शुरुआत में आंतरिक अनुशासन समिति की बैठक 29 मार्च को आयोजित करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन ईद के त्योहार के कारण इस बैठक को रद्द कर दिया गया। समिति की अध्यक्षता राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री शोभनदेव चटर्जी कर रहे हैं। अन्य सदस्यों में वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, नगरपालिका और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, ऊर्जा मंत्री अरूप बिस्वास और तृणमूल कांग्रेस के मुख्य व्हिप निर्मल घोष शामिल हैं।

टीएमसी ने व्हिप जारी कर 19 और 20 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के आखिरी दो दिनों में पार्टी के सभी विधायकों की उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया था। जहां 19 मार्च को विधायकों की उपस्थिति लगभग 100 प्रतिशत थी, वहीं 20 मार्च को कई विधायकों, जिनमें मंत्री भी शामिल हैं, ने अनुपस्थित रहकर व्हिप की अवहेलना की।