कोलकाता, 21 सितंबर । 43 दिनों की हड़ताल के बाद जूनियर डॉक्टर ड्यूटी पर लौट आए हैं। शनिवार सुबह से ही आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सहित विभिन्न सरकारी अस्पतालों के आपातकालीन सेवाओं में जूनियर डॉक्टर फिर से काम पर लौट आए। आरजी कर अस्पताल के ट्रॉमा केयर विभाग में वे अपनी ड्यूटी निभाने लगे हैं। जूनियर डॉक्टरों की वापसी से इलाज करवाने आए मरीजों ने भी राहत की सांस ली है।

आरजी कर और अन्य अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को पुनः सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया है। शनिवार सुबह जिन जूनियर डॉक्टरों की ड्यूटी थी, उन्होंने आरजी कर अस्पताल के ट्रॉमा केयर भवन में पहुंचकर काम संभाला। राज्य के अन्य 25 मेडिकल कॉलेजों में भी जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी में चिकित्सा सेवा में लौट आए हैं। फिलहाल ओपीडी में जूनियर डॉक्टरों की उपस्थिति नहीं दिखी है।

 

उल्लेखनीय है कि नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल की एक युवा महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या हुई थी। इस घटना के बाद से जूनियर डॉक्टर न्याय की मांग और कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग को लेकर आंदोलनरत थे।

शनिवार से उन्होंने काम पर वापसी कर ली है लेकिन पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर उनका सांकेतिक आंदोलन जारी रहेगा।