कोलकाता, 14 फरवरी । आंध्र प्रदेश में बर्ड फ्लू के प्रकोप के बाद पश्चिम बंगाल सरकार सतर्क हो गई है और पोल्ट्री आयात पर कड़ी निगरानी रख रही है। राज्य के पशु संसाधन विकास मंत्री स्वपन देबनाथ ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

मंत्री ने कहा, “हम स्थिति से अवगत हैं और इस पर सख्त नजर बनाए हुए हैं।” हालांकि, उन्होंने फिलहाल आंध्र प्रदेश से पोल्ट्री उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा नहीं की है।

इस बीच, राज्य के पोल्ट्री सेक्टर पर बर्ड फ्लू के संभावित प्रभाव को लेकर चिंता बढ़ रही है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में अंडों की आपूर्ति मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश से होती है।

पश्चिम बंगाल पोल्ट्री फेडरेशन ने भरोसा दिलाया है कि वायरस को राज्य में प्रवेश करने से रोकने के लिए पिछले साल नवंबर से ही सख्त निगरानी की जा रही है।

बर्ड फ्लू के असर से बंगाल में पोल्ट्री बाजार पर असर पड़ने लगा है। ग्राहकों की संख्या कम होने से चिकन की कीमतें गिरकर 200 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं, जो कुछ दिन पहले तक 220 रुपये प्रति किलोग्राम थी। कीमतें कम होने के बावजूद, मांग अब भी सुस्त बनी हुई है क्योंकि वायरस को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।

एक डॉक्टर के मुताबिक, इस मौसम में बर्ड फ्लू का संक्रमण आम होता है, लेकिन यह वायरस आमतौर पर इंसानों में नहीं फैलता। हालांकि, उन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए जो पोल्ट्री उत्पादों को सीधे संभालते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छी तरह से पकाए गए चिकन को खाने में कोई खतरा नहीं है, क्योंकि उच्च तापमान पर वायरस नष्ट हो जाता है।

उधर, आंध्र प्रदेश के मंत्री के अत्चन्नायडू ने बुधवार को कहा कि राज्य में बर्ड फ्लू को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है।