कोलकाता, 21 जनवरी । पश्चिम बंगाल सरकार ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले के राज्य संचालित अस्पताल में इस महीने की शुरुआत में एक महिला और नवजात की मौत के लिए डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, राज्य स्वास्थ्य विभाग की एक विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट में इस संभावना को खारिज नहीं किया है कि जीवनरक्षक दवाओं, जैसे कि रिंगर्स लेक्टेट और ऑक्सिटोसिन के इंजेक्शन से ये घटनाएं हुई हो सकती हैं।

फिलहाल इस मामले की दो अलग-अलग जांच चल रही हैं। एक जांच राज्य स्वास्थ्य विभाग की विशेषज्ञ समिति द्वारा की जा रही है और दूसरी राज्य पुलिस की आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) द्वारा।