वित्त पोषित योजनाओं के तहत 1,000 करोड़ रुपये के ऋण किए वितरित
नई दिल्ली, 23 फरवरी। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपारेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि हम किसानों से जुड़े मुद्दों पर ईमानदारी से काम कर रहे हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि किसान को जो उचित सुविधा और कर्ज मिलना चाहिए, वह तो मिल ही रहा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के महराजगंज में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। सीतारमण ने आज विभिन्न सरकारी वित्त पोषित योजनाओं के तहत 1,000 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मत्स्यपालन के लिए भी एक अलग विभाग बनाया है, जिसके कारण महाराजगंज में पशुपालन और मत्स्यपालन को भी अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार ने मंत्रियों की 3 सदस्यीय समिति बनाई है, जो किसानों से बातचीत कर रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए हर कदम उठाया है और वह छोटे से छोटे किसानों के लिए भी काम करते हैं। यूरिया की कीमत 300 रुपये से 3,000 रुपये प्रति बोरी तक पहुंच गई है लेकिन आज भी किसान इसे 300 रुपये में खरीद रहे हैं, क्योंकि सरकार ने जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है।
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि हम किसानों से जुड़े मुद्दों पर ईमानदारी से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराजगंज में ‘एक जिला, एक उत्पाद’ के तहत लकड़ी का काम करने वाले काे भी पीएमविश्वकर्मा के तहत प्रशिक्षण मिल रहा है, जिसके दौरान रोज 500 रुपये दिए जाते हैं। वित्त मंत्री ने बताया कि फिर प्रशिक्षण होने के बाद उनको काम बढ़ाने के लिए टूलकिट और ऋण की सुविधा भी मिलती है। सीतारमण ने महराजगंज में एक जनसभा को सबोधित करते हुए कहा कि सरकार की मंशा है कि 2027 तक भारत दुनिया के तीन अग्रणी देशों में शामिल हो।