मुंबई, 27 जुलाई । महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में पिछले 10 दिनों से हो रही बारिश और राजाराम बांध का पानी छोड़े जाने से पंचगंगा नदी का जलस्तर शनिवार सुबह 9 बजे 47 फीट 02 इंच तक पहुंच गयाा। यानी पंचगंगा नदी खतरे के निशान से 4 फीट 2 इंच ऊपर बह रही है। शुक्रवार रात 9 बजे नदी का जलस्तर 46 फीट 01 इंच था। इससे कोल्हापुर के शाहुपुरी में कुंभार गली, वीनस कॉर्नर, कस्बा बावड़ा एमआईडीसी-शिरोली आदि इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। खतरे के मद्देनजर सुबह एनडीआरएफ की एक और टीम कोल्हापुर पहुंची और नाव की मदद से बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
नीति आयोग की बैठक में भाग लेने नई दिल्ली पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावितों के लिए आवश्यकता के अनुसार हेलीकाफ्टर का उपयोग करने, भारतीय सेना की मदद लेने, बाढ़ प्रभावितों को खाने-पीने, मेडिकल की सुविधा उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है।
कोल्हापुर जिले में पिछले 10 दिनों में औसतन 635.12 मिमी बारिश हुई है। इससे राजाराम बांध में जल भंडारण में भी वृद्धि हुई है। इस कारण बांध का पानी पंचगंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। बांध क्षेत्र में हुई बारिश के कारण बांध में पानी का भंडारण तेजी से बढ़ गया। राधानगरी बांध लबालब भर गया। जिले में पिछले दस दिनों में जुलाई माह की औसत बारिश से 113.9 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गयी है। जून माह में सामान्य रूप से 362.9 मिमी. तक बारिश होती है। इस साल यह 200.8 मिमी ही है। कोल्हापुर में इस वर्ष 26 जुलाई तक 654.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इस तरह कोल्हापुर में जून से अब तक 91 फीसदी बारिश दर्ज की गई है। पिछले दस दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से कोल्हापुर के 40 मार्ग बंद हैं, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों से छह हजार से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है।