कोलकाता, 03 जनवरी । कोलकाता के मशहूर जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) में छात्रों और शिक्षकों के एक वर्ग ने चेतावनी दी कि यदि कुलपति की नियुक्ति को लेकर जारी गतिरोध जल्द समाप्त नहीं होता तो आंदोलन छेड़ा जाएगा।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने विश्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह से एक दिन पहले 23 दिसंबर को प्रोफेसर बुद्धदेव साव को कार्यवाहक कुलपति के पद से हटा दिया था जिसके बाद से अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है।
जेयू के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने साव को दीक्षांत समारोह की मेजबानी करने की अनुमति दी थी। लेकिन, शीतकालीन अवकाश के बाद मंगलवार को विश्वविद्यालय के पुन: खुलने पर वह कार्यालय में नहीं आए।
अधिकारी ने बताया कि गणित के प्रोफेसर साव ने हालांकि छात्रों और शिक्षकों से बातचीत की। इस मामले में गतिरोध के कारण प्रशासनिक और अकादमिक कामकाज में अवरोध पर नाखुशी जताते हुए जादवपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ और छात्र संगठन एसएफआई ने जल्द मामले का हल नहीं निकाले जाने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की नेता तीसा भंडारी ने कहा कि राज्यपाल की कार्रवाई के कारण पैदा हुई अनिश्चितता की स्थिति समाप्त होना जरूरी है। हमें दीक्षांत समारोह में छात्रों को प्रदान किए गए प्रोफेसर साव के हस्ताक्षर वाले प्रमाणपत्रों की वैधता पर सवाल खड़ा कर रहीं खबरों को लेकर चिंता हो रही है। हम तत्काल नियमित कुलपति की नियुक्ति की मांग करते हैं।