गुवाहाटी, 03 नवंबर। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामयेल वांगचुक भारत के आठ दिवसीय दौर पर शुक्रवार को पहुंचे और प्रसिद्ध कामख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की।

वांगचुक कड़ी सुरक्षा के बीच नीलांचन पर्वत पर स्थित मंदिर में करीब 15 मिनट रहे। इस मौके पर उनके साथ असम के पर्यटन मंत्री जयंत मल बरुआ तथा शिक्षा मंत्री रोनोज पेगु भी थे।

इससे पहले भूटान नरेश का यहां के लोकप्रिय गोपीनाथ बोर्दोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक वांगचुक खानपाड़ा स्थित असम प्रशासनिक कर्मचारी महाविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे और इसके बाद वे सरमा से मुलाकात करेंगे। वह राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की ओर से राजभवन में आयोजित किए जाने वाले रात्रि भोज में भी शामिल होंगे।

सूत्रों ने बताया कि वांगचुक शनिवार को काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क का दौरा करने के लिए जोरहाट रवाना होंगे और वहीं रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद वह रविवार को दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।