मुंबई, 19 नवंबर। महाराष्ट्र में मतदान से एक दिन पहले मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर नालासोपारा में पैसे बांटने के आरोप लगे हैं। उसके बाद इस मामले में चुनाव आयोग ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई है। तावड़े के साथ ही भाजपा उम्मीदवार राजन नाईक के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि, विनोद तावड़े ने इसे अपने विरुद्ध महाविकास आघाड़ी कार्यकर्ताओं की साजिश करार दिया है।

पालघर जिले के विरार में स्थित विवांता होटल के रूम नंबर 406 में आज सुबह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ठहरे थे। उसी दौरान बहुजन विकास आघाड़ी के अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर, निवर्तमान विधायक क्षितिज ठाकुर और कुछ अन्य कार्यकर्ता वहां पहुंचे और होटल का घेराव कर लिया। होटल में करीब चार घंटे तक विनोद तावड़े के विरुद्ध बहुजन विकास आघाड़ी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे और चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग करते रहे। इसके बाद चुनाव आयोग की टीम होटल विवांता में पहुंची और कमरा नंबर 406 से एक बैग के साथ 10 लाख रुपये बरामद किए।

हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि विनोद तावड़े विरार में 5 करोड़ रुपये लेकर जा रहे हैं, यह जानकारी उनके भाजपा के ही एक मित्र ने उन्हें दी थी। इसके बाद जब वे होटल विवांता में पहुंचे तो वहां सीसीटीवी बंद था। विनोद तावड़े के पास डायरी और लैपटाप भी था। हितेंद्र ठाकुर ने कहा कि चुनाव आयोग ने विनोद तावड़े के कमरे से दस लाख रुपये बरामद किए हैं, अगर विनोद तावड़े कहते हैं कि वे रुपये उनके नहीं हैं तो वो सारे रुपये हमें दे दें। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया।

विनोद तावड़े ने बताया कि वे इसी रास्ते से गुजर रहे थे, उन्हें यहां से चुनाव लड़ रहे राजन नाईक ने कुछ देर रुकने का आग्रह किया। इसलिए वे यहां रुक गए थे। तावड़े ने कहा कि मैं पिछले 40 साल से राजनीति में हूं। मैंने कभी रुपये-पैसे नहीं बांटे हैं। चुनाव आयोग और पुलिस मामले की छानबीन कर रहे हैं।

अतिरिक्त चुनाव अधिकारी किरण कुलकर्णी ने बताया कि इस मामले की गहन छानबीन की जा रही है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 18 नवंबर शाम छह बजे से सभी विधानसभा क्षेत्रों को साइलेंस जोन घोषित कर दिया गया है। कोई भी नेता कहीं भी प्रचार नहीं कर सकता, किसी भी विधानसभा क्षेत्र में नहीं जा सकता। मामले की छानबीन हर एंगल से की जा रही है।