संदेशखाली, 22 फरवरी। राष्ट्रीय जनजातीय आयोग के सदस्यों को संदेशखाली के दौरे पर गुरुवार को एक अभूतपूर्व अनुभव हुआ। गुरुवार दोपहर नजात के राजबाड़ी मोड़ के पास घटी ग्रामीणों ने जनजातीय कमीशन के सदस्यों की गाड़ी को रोका और उनसे लिपट कर रोने लगे। इस दौरान ग्रामीण सदस्यों के पैरों पर गिर पड़े और कहने लगे कि ‘हमें बचा लीजिए’।
जनजातीय आयोग के तीन सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल संदेशखाली के दौरे के बाद दोपहर में कलकत्ता लौट रहा था। ग्रामीणों ने राजबाड़ी मोड़ के पास उनके काफिले को रोक दिया और आयोग के प्रतिनिधियों के पैरों पर रोते हुए गिर पड़े। उन्होंने आयोग के प्रतिनिधियों को शेख शाहजहां और उसके गुंडों के अत्याचार के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे तृणमूल के बदमाशों ने उनकी जमीन लूट ली।
ग्रामीणों से बात करने के बाद आयोग के एक प्रतिनिधि ने कहा कि हम पुलिस से आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहेंगे। अगर वे निर्देशों का पालन नहीं करेंगे तो हम पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। लोकतंत्र में ऐसा नहीं चल सकता। इसके बाद वे दोबारा कोलकाता के लिए रवाना हो गये।