
पलामू, 18 जुलाई । जिले के तरहसी प्रखंड क्षेत्र के उदयपुरा वन पंचायत अंतर्गत विश्रामचक गांव में आहर काट देने से सारा जमा पानी बह गया। फसलाें को भी नुकसान पहुंचा। आधा किलोमीटर दूर कच्ची सड़क बह गयी। इस घटना से लोगों में भारी आक्रोश है। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध जताया और इसे गांव हित में अनर्थ बताया। गांव की सहमति नहीं लेने पर भी नाराजगी जाहिर की गयी।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों लगातार बारिश होने के कारण विश्रामचक आहर में भरपूर पानी जमा हो गया था और सिंचाई के लिए किसान आश्वस्त थे। इससे सटे कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में भारी जलजमाव हो गया था। वार्डन की ओर से इस संबंध में अंचल अधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी को जानकारी दी गयी। सीओ सह बीडीओ के निर्देश पर जेसीबी लाकर मनमाने तरीके से आहर को काट दिया गया।
आहर काटने से सारा पानी बह गया। बहाव क्षेत्र में लगी फसल को नुकसान पहुंचा। आधा किलोमीटर दूर कुसलाडीह से लकड़ाही जाने वाली सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी। तेज बहाव के कारण सड़क बीच से कट गयी। बरकोमा, लकड़ाही, छकनाडीह, डेल्हा सहित आधा दर्जन गांवों का आवागमन बाधित हो गया है।
आहर काटे जाने की सूचना मिलने पर तरहसी पश्चिमी के जिला परिषद सदस्य कृष्ण मुरारी सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जुटे और प्रशासनिक कार्रवाई पर विरोध जताया। कृष्ण मुरारी सिंह ने कहा कि गांव की सहमति लिए बिना मनमाने तरीके से आहर को काट दिया गया, जिससे खेती के लिए जमा पानी अनावश्यक बह गया।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह गांव के लिए दुर्भाग्य और अनर्थ वाली बात साबित हुई है। इस जलाशय से सैकड़ों एकड़ खेत को पटवन के लिए पानी मिलता है। आहर काटने से पहले जनप्रतिनिधियों को जानकारी देनी चाहिए थी। उन्होेंने यह भी कहा कि अगर जानकारी मिलती तो पानी निकालने के लिए कई तरीके थे, जिसका इस्तेमाल किया जा सकता था।
मौके पर जुटे ग्रामीणों ने भी प्रखंड प्रशासन की इस कार्रवाई की निन्दा की और फसल के साथ साथ सड़क बह जाने पर चिंता जतायी। उन्होंने कहा कि अब खेती कैसे होगी, इसकी चिंता अभी से सताने लगी है।
विरोध करने वाले ग्रामीणों में अजय राम, सरफराज, बाला कृष्ण, मुरारी सिंह, तस्लीम अंसारी, राजेंद्र राम, राजू कुमार, सोनू कुमार, विजय सिंह, सद्दाम अंसारी, सुनील राम दर्जनों शामिल हैं।
इधर, अंचलाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी बालेश्वर राम ने मामले में खानापूूूर्ति करते हुए कहा कि आहर के काटे गए हिस्से को जेसीबी लगाकर मरम्मत करा दी गयी है। पानी का बहाव बंद कर दिया गया है। क्षतिग्रस्त सड़क भी ठीक करा दी गयी है। ग्रामीण आवागमन कर सकते हैं।