हैदराबाद, 19 अप्रैल ।

पश्चिम बंगाल के हिंदू समुदाय को निशाना बनाए जाने के विरोध में विश्व हिंदू परिषद् (विहिप) के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के दौरान शनिवार को तेलंगाना के दिलसुखनगर में संगठन के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। विहिप कार्यकर्ताओं ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति से निबटने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला जलाया।

पश्चिम बंगाल में संशोधित वक्फ कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान व्यापक रूप से हिंदु समुदाय को निशाना बनाया गया।

विहिप कार्यकर्ताओं ने दिलसुखनगर में प्रदर्शन किया और मांग की कि केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल में हिंसा के मद्देनजर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए। विहिप का कहना है कि ममता बनर्जी दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल रहीं।

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविनुतला शशिधर ने कहा कि “पश्चिम बंगाल में हिंदुओं को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर हिंसा हो रही है। हजारों हिंदू परिवार अपने ही राज्य में बेघर हो गए हैं। पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार दंगा प्रभावितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है।”

उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाओं की जांच एनआईए से कराई जानी चाहिए और दोषियों को तुरंत सजा मिलनी चाहिए। कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जानी चाहिए और बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजा जाना चाहिए। साथ ही बंगाल और बांग्लादेश के बीच 450 किलोमीटर लंबी सीमा पर बाड़ लगाने का काम तुरंत शुरू किया जाना चाहिए।