
नई दिल्ली, 26 मार्च। भारत ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (यूएससीआईआरएफ) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में हर बार की तरह पक्षपाती और राजनीतिक रूप से प्रेरित आकलन जारी किया है। इससे कुछ होने वाला नहीं है, हमें लगता है कि यूएससीआईआरएफ को ही चिंता की एक इकाई के रूप में नामित कर देना चाहिए।
भारत ने कहा कि यूएससीआईआरएफ के लगातार कुछ घटनाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत करने और भारत के जीवंत बहुसांस्कृतिक समाज पर आकांक्षा जताने के प्रयास धार्मिक स्वतंत्रता पर वास्तविक चिंता के बजाय जानबूझकर चलाया जा रहा एजेंडा दिखाई देता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल की ओर से मीडिया के सवालों के जवाब में जारी बयान में कहा गया है कि लोकतंत्र और सहिष्णुता पर दुनिया को राह दिखाने वाले भारत की छवि खराब करने के प्रयास सफल नहीं होंगे।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका का अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग लगातार देश में अल्पसंख्यकों को लेकर रिपोर्ट जारी करते हुए टिप्पणी करता आया है।