कोलकाता, 26 मार्च  । हावड़ा में कचरा निस्तारण को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। नगर विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बेलगछिया के डंपिंग ग्राउंड में कचरा फेंकने पर रोक लगा दी थी और प्रशासन ने नए स्थान का चयन किया था, लेकिन बुधवार सुबह जब हावड़ा नगर निगम के कर्मचारी कचरा फेंकने पहुंचे, तो उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध इतना तेज था कि कचरा लदी 20 से अधिक गाड़ियां वहां खड़ी रहीं लेकिन कचरा नहीं फेंक सकीं और आखिरकार उन्हें लौटना पड़ा।

मंगलवार को ही मंत्री फिरहाद हकीम ने आदेश दिया था कि बेलगछिया के डंपिंग ग्राउंड में अब कचरा नहीं फेंका जाएगा। इसके बजाय हावड़ा नगर निगम के 47 नंबर वार्ड के पुलिस अकादमी और हिंदी विश्वविद्यालय के पास सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के खाली मैदान में डेढ़ महीने के लिए कचरा डंप किया जाए। आदेश मिलते ही मंगलवार आधी रात से ही सफाई विभाग ने तैयारी शुरू कर दी थी।

बुधवार सुबह 20 से अधिक कचरा लदी गाड़ियां निर्धारित जगह पर पहुंचीं और सड़क पर कतार में खड़ी हो गईं। लेकिन स्थानीय लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया और सड़क पर प्रदर्शन करते हुए गाड़ियों को आगे नहीं बढ़ने दिया। जबरदस्त विरोध के कारण निगम कर्मचारियों को कचरा फेंके बिना ही लौटना पड़ा।

इस विरोध के चलते इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोग किसी भी हालत में इस इलाके में कचरा डंपिंग की अनुमति देने को तैयार नहीं हैं। हंगामे की खबर मिलते ही हावड़ा नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि लोगों के विरोध की वजह से यहां कचरा फेंकना संभव नहीं हो पाया है।