संयुक्त राष्ट्र, 29 अक्टूबर।  संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा में हो रही तबाही के प्रति चेतावनी देते हुए कहा है सबकी आंखों के सामन एक मानवीय आपदा हो रही है। शनिवार रात हुई भारी बमबारी ने गाजा को तबाह कर दिया और इसे बाहरी दुनिया से लगभग अलग-थलग कर दिया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गाजा में तत्काल, दीर्घकालिक और सतत मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान करते हुए 14 के मुकाबले 120 मतों से एक प्रस्ताव पारित किया लेकिन लड़ाई रोकने के लिए इस भारी समर्थन के बावजूद भी गाजा की स्थिति पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा और इजरायली सैन्य कार्रवाई एक निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुकी है।

यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के उच्च प्रतिनिधि जोसेप बोरेल ने एक ट्वीट में चेतावनी देते हुए कहा, “गाजा पूरी तरह से ब्लैकआउट और अलगाव की स्थिति में है। इस बीच भारी गोलाबारी जारी है। गाजा में स्थिति बहुत हताश करने वाली है, जहां लोग बिजली, भोजन, पानी के बिना रह रहे हैं। बच्चों सहित बहुत सारे नागरिक मारे गए हैं जो कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के खिलाफ है।”

संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव में शुक्रवार को गाजा में मानवीय संघर्षविराम का आह्वान करने के अलावा यह आशा भी व्यक्त की गयी कि इससे शत्रुता समाप्त हो जाएगी।लेकिन एकमात्र शक्ति जो ऐसा कर सकती है, उसने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया।

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की दूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि अमेरिका ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया है क्योंकि इसमें हमास की निंदा नहीं की गई और बंधकों की रिहाई का आह्वान नहीं किया गया।