कोलकाता, 1 फरवरी । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कोलकाता के प्रतिष्ठित पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च संस्थान (जिसे आमतौर पर एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल कहा जाता है) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह नोटिस संस्थान द्वारा अपने छात्रों और उनके अभिभावकों से “एंटी-रैगिंग घोषणा पत्र” की सूची नहीं जमा करने के कारण दिया गया है।
हालांकि, इस मामले में एसएसकेएम अकेला मेडिकल संस्थान नहीं है जिसे यूजीसी ने नोटिस भेजा है। देशभर में 18 मेडिकल संस्थानों को इसी तरह की नोटिस जारी की गई है।
यूजीसी ने अपने नोटिस में यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई मेडिकल संस्थान नोटिस का संतोषजनक जवाब देने में विफल रहता है, तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सकती है।
एंटी-रैगिंग अधिनियम 2009 के तहत प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान को अपने नए छात्रों और उनके अभिभावकों से एक शपथ पत्र लेना होता है, जिसमें वे यह घोषित करते हैं कि वे किसी भी प्रकार की रैगिंग गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे। इन घोषणाओं को आयोग की एक विशेष वेबसाइट पर जमा करना अनिवार्य होता है।
लेकिन, आयोग ने पाया कि एसएसकेएम के 200 नए छात्रों में से एक भी ने इस वेबसाइट पर अपनी घोषणा नहीं जमा की है। इसी कारण यूजीसी ने संस्थान से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
हालांकि, राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, यह समस्या संचार की कमी के कारण उत्पन्न हुई हो सकती है और जल्द ही इसे सुलझा लिया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,”मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के मामले में, ऐसी एंटी-रैगिंग घोषणाओं को आमतौर पर नेशनल मेडिकल कमीशन को भेजा जाता है।”