इस बार झूलों में बैठना महंगा होने का अंदेशा
उदयपुर, 20 अक्टूबर। नगर निगम, उदयपुर द्वारा आयोजित बहुप्रतीक्षित दीपावली मेला 21 अक्टूबर से शुरू हो रहा है, जिसमें शहरवासियों और पर्यटकों के मनोरंजन के लिए विभिन्न सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस 15 दिवसीय मेले का उद्घाटन 21 अक्टूबर, सोमवार शाम 7रू00 बजे निम्बार्क पीठ अस्थल आश्रम के मेवाड़ महामंडलेश्वर श्रीमान रासबिहारी शरण के पावन सानिध्य में होगा। उद्घाटन समारोह में राजस्थान सरकार के जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, उदयपुर लोकसभा सांसद मन्नालाल रावत, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा सहित शहर के प्रमुख समाजसेवी और गणमान्य अतिथि मौजूद रहेंगे।
मेले की विशेषताएं
नगर निगम सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष चंद्रकला बोल्या ने बताया कि मेले के दौरान 21 अक्टूबर से 4 नवंबर तक विभिन्न प्रकार के आयोजन किए जाएंगे। 21 से 27 अक्टूबर तक प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा, जबकि मेले में झूले और दुकानें 4 नवंबर तक लगे रहेंगे। इस बार 15 बड़े झूले और 300 से अधिक दुकानों को मेले में शामिल किया गया है, जहाँ खाने-पीने और खरीदारी के विभिन्न विकल्प उपलब्ध होंगे। मेले का आयोजन नगर निगम प्रांगण में किया जाएगा, और यह आयोजन पूरी तरह से निःशुल्क रहेगा ताकि हर वर्ग के लोग इसमे हिस्सा ले सकें और इसका आनंद उठा सकें।
टेंडर में झूलों की अधिकतम दर पर उठा सवाल
नगर निगम द्वारा इस बार दावा किया जा रहा है कि मेले में झूलों से उसे इतनी आय हुई है कि उसकी झोली में खर्च निकालने के बाद उतना ही धन बचेगा भी। लेकिन, इस बीच पत्रकार वार्ता में झूलों व अन्य मनोरंजन के साधनों पर अधिकतम शुल्क की सीमा निर्धारित करने के सवाल पर उपमहापौर पारस सिंघवी ने कहा कि दर तय करना निगम का कार्य नहीं है। जो भारी भरकम राशि का टेंडर भरकर ठेका ले रहा है, वह कमाई भी करेगा। उसे कैसे रोका जा सकता है। ऐसे में पत्रकारों ने सवाल उठाया कि टेंडर बड़ा होने पर नगर निगम को अपना लाभ तो दिखाई दे रहा है, लेकिन झूलों में बैठना ही महंगा हो जाएगा और वह कीमत तो शहरवासियों से ही वसूली जाएगी, इसमें शहर पर तो मार पड़नी ही है। इस पर उपमहापौर ने कहा कि इस पर अगली बार से टेंडर में ही अधिकतम शुल्क निर्धारण की शर्त का समावेश करने पर विचार किया जाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग श्रंखला
मेले की सांस्कृतिक संध्याओं की शुरुआत 21 और 22 अक्टूबर को स्थानीय प्रतिभा नाइट और उभरते सितारे कार्यक्रमों के साथ होगी। यह मंच उदयपुर के स्थानीय कलाकारों और उभरती प्रतिभाओं के लिए विशेष रूप से प्रदान किया गया है, जिससे उन्हें अपनी कला और प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।
23 अक्टूबर को संगीत संध्या के रूप में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें इंडियन आइडल फेम पवनदीप और अरुणिता अपनी गायकी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। इनके साथ मशहूर संगीतकार सतवंत बादशाह भी शिरकत करेंगे। 24 अक्टूबर को देश के प्रसिद्ध डांस ग्रुप किंग्स यूनाइटेड द्वारा शानदार डांस नाइट का आयोजन होगा, जिसमें उनका विश्वस्तरीय प्रदर्शन उदयपुरवासियों के लिए एक यादगार अनुभव बनेगा।
25 अक्टूबर को लाफ्टर नाइट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कॉमेडियन केतन सिंह अपनी हाजिरजवाबी और मजाकिया अंदाज से दर्शकों को हंसाएंगे। इसके बाद 26 अक्टूबर को कवि सम्मेलन में शैलेश लोढ़ा, अजातशत्रु, और अन्य कवियों द्वारा काव्य पाठ होगा। 27 अक्टूबर को भक्तिमय भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश माली और आकृति मिश्रा अपनी मधुर भजनों से समां बांधेंगे।
व्यापक तैयारी और व्यवस्थाएं
नगर निगम ने मेले के लिए विस्तृत व्यवस्थाएं की हैं। सांस्कृतिक संध्याओं के लिए विशाल मंच तैयार किया गया है, जिसमें प्रेस और वीआईपी के लिए विशेष दीर्घाएं बनाई गई हैं। साथ ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिनमें जगह-जगह पुलिस बल, सुरक्षा गार्ड और होमगार्ड तैनात किए गए हैं। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला गार्ड और महिला पुलिस भी मौजूद रहेंगी। मेला स्थल पर सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे आयोजन की निगरानी की जाएगी।
सुविधाएं और सेवाएं
आयोजन स्थल पर सफाई और स्वच्छता के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सफाई समिति अध्यक्ष वेणीराम सालवी ने बताया कि आयोजन स्थल पर प्रतिदिन सफाई टीमों द्वारा सफाई की जाएगी, और पूरे प्रांगण में जगह-जगह कचरा पात्र भी लगाए गए हैं। मेले में आगजनी जैसी आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड के निकलने की विशेष व्यवस्था की गई है।
जनसंपर्क और प्रचार-प्रसार
मेले के आयोजन के बारे में जनता को समय पर जानकारी देने के लिए जगह-जगह एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, जिन पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण किया जाएगा। प्रेस और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भी आमंत्रित किया गया है, ताकि मेला और इससे जुड़ी गतिविधियों की जानकारी जनता तक समय-समय पर पहुंचाई जा सके। मेला स्थल पर नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है, जहाँ से पूरे आयोजन की निगरानी की जाएगी।
परिवहन और पार्किंग की विशेष व्यवस्था
परिवहन समिति अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने बताया कि मेला स्थल पर आने वाले लोगों की सुविधा के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई है। टाउनहॉल के पास श्रमजीवी कॉलेज और आर.सी.ए. लिंक रोड पर पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, ताकि वाहनों की भीड़ को सुव्यवस्थित किया जा सके।
सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाएं
चिकित्सा समिति अध्यक्ष महेंद्र भगोरा ने बताया कि मेले के दौरान किसी भी प्रकार की चिकित्सा आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एक एम्बुलेंस भी समारोह स्थल पर मौजूद रहेगी। वहीं, सुरक्षा समिति के अध्यक्ष देवेंद्र साहू ने बताया कि मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, और आयोजन स्थल पर नक्शानुसार पुलिस बल और सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे।
समापन और उम्मीदें
नगर निगम, उदयपुर के इस दीपावली मेले में शहरवासियों को न केवल मनोरंजन का अवसर मिलेगा बल्कि शहर की सांस्कृतिक धरोहर और स्थानीय प्रतिभाओं को भी बढ़ावा मिलेगा। मेले का आयोजन आमजन के स्वस्थ और सुरक्षित मनोरंजन के लिए किया जा रहा है, और नगर निगम ने इसे सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं।