उदयपुर, 20 अगस्त । राजस्थान के उदयपुर में सम्प्रदाय विशेष के छात्रों के चाकूवार से मारे गए 10वीं के होनहार छात्र देवराज मोची को मंगलवार सुबह शहर ने नम आंखों से विदाई दी। 16 अगस्त को स्कूल में इंटरवल के दौरान हुई इस वारदात के बाद से देवराज वेंटिलेटर पर था। राखी पर सोमवार अपराह्न उसकी मौत हो गई। प्रशासन ने रात को ही अंत्येष्टि कराने का दबाव बनाया लेकिन हिन्दू संगठनों के विरोध के चलते अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह करने पर सहमति बनी। आज सुबह अंतिम संस्कार में भारी भीड़ रही।
16 अगस्त को वारदात के बाद से ही शहर में माहौल तनावपूर्ण था। लोग आज भी इस बात पर हैरान हैं कि क्या होमवर्क जैसे मामूली विवाद पर आरोपित छात्र कपासन से चाकू खरीद कर लाया और उसने देवराज को घायल भी कर दिया। वार भी जांघ पर ऐसी जगह किया गया कि देवराज का सारा खून कुछ ही देर में बह गया। इसी के चले लगातार शहर में अफवाहों का दौर चलता रहा। हाथीपोल, अश्विनी बाजार, सिंधी बाजार, मुखर्जी चौक, मोती चौहट्टा रह-रह कर खुलते और बन्द होते रहे।
देवराज का अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। पिता पप्पू व चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने ‘देवराज अमर रहे’ के नारे भी लगाए। इससे पहले तड़के 4.30 बजे बच्चे के शव को परिवार को सौंपा गया।
करीब सात बजे मृतक के घर से अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, उप महापौर पारस सिंघवी, भाजपा नेता प्रमोद सामर सहित भाजपा व हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। उदयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा के साथ प्रशासन के भी बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे। ड्रोन से अंतिम संस्कार की निगरानी की गई। यात्रा के पूरे मार्ग पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। इस बीच, उदयपुर शहर में मंगलवार को भी नेटबंदी जारी रखी गई है। स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी है। मोची समाज के नेताओं ने सभी से शांति की अपील की है।