
कोलकाता, 19 मई । सार्वजनिक क्षेत्र के कोलकाता मुख्यालय वाले यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुभाष कुमार गोयल को हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। अब इस मामले में ईडी ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि गोयल ने एक निजी कंपनी से करोड़ों की ‘अवैध ग्रैच्युटी’ प्राप्त की थी। यह कंपनी बैंक लोन घोटाले में मुख्य लाभार्थी रही हैं।
ईडी की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया कि गोयल को यह अवैध लाभ कोलकाता की कंपनी कॉनकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड (सीएसपीएल) और उससे जुड़ी शेल कंपनियों के ज़रिए मिला। जांच में सामने आया कि यूको बैंक में कार्यकाल के दौरान गोयल ने सीएसपीएल को भारी मात्रा में लोन स्वीकृत किया, जिसे बाद में कंपनी ने हेराफेरी कर इधर-उधर कर दिया।
ईडी के मुताबिक गोयल को नकद राशि, अचल संपत्तियां, महंगे सामान, होटल बुकिंग आदि के रूप में भारी अवैध लाभ मिला। इन सभी लेन-देन को शेल कंपनियों, फर्जी व्यक्तियों और परिजनों के माध्यम से किया गया ताकि पैसों की असली स्रोत को छिपाया जा सके। ईडी ने बताया कि जांच के दौरान कई ऐसी संपत्तियों का पता चला है जो शेल कंपनियों के ज़रिए खरीदी गईं और जिनका वास्तविक नियंत्रण सुभाष कुमार गोयल या उनके परिजनों के पास है। इन कंपनियों को मिलने वाला फंड सीधे तौर पर सीएसपीएल से जुड़ा हुआ पाया गया है। अवैध राशि के लेन-देन को वैध दिखाने के लिए ‘अकॉमोडेशन एंट्री’ और फ्रंट कंपनियों के ज़रिए परत-दर-परत ट्रांजेक्शन किया गया।
आरोपित सुभाष कुमार गोयल को बीते दिन मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत में पेश किया था, जहां उन्हें 21 मई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। एजेंसी अब इस मामले में और भी कड़ियों को जोड़ने में लगी है। गौरतलब है कि ईडी पहले ही सीएसपीएल और उसके प्रमुख संजय कुमार सुरेका से जुड़ी 510 करोड़ की अचल संपत्तियां जब्त कर चुकी है। बीते महीने ईडी ने सुभाष कुमार गोयल और उनसे संबंधित कई लोगों के घरों पर छापेमारी की थी, जहां से बड़ी मात्रा में ऐसे दस्तावेज मिले जो उनके खिलाफ अहम सबूत माने जा रहे हैं।
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