कोलकाता, 12 अगस्त । आर.जी. कर मामले के विरोध में सोमवार को डॉक्टरों की हड़ताल के कारण राज्य भर के विभिन्न अस्पतालों में मरीजों और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। बालुरघाट अस्पताल और मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के अभाव में मरीजों की मौत की शिकायतें मिलीं। पहली घटना बालुरघाट अस्पताल की है।
आरोप है कि समय से इलाज नहीं मिलने के कारण बालुरघाट अस्पताल में तीसरी कक्षा के छात्र की मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक, करीब दो घंटे बाद डॉक्टर के मरीज को देखने आए। घटना के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में तोड़फोड़ की।
सोमवार सुबह बालुरघाट थाने के आईसी शांतिनाथ पांजा भारी संख्या में पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले में हस्तक्षेप कर स्थिति को काबू किया। मृत बच्चे का नाम शिवम शर्मा (08) था। वह बालुरघाट के रघुनाथपुर का निवासी था। सुबह करीब चार बजे नाबालिग अपने परिजनों के साथ पतिराम स्थित शिव मंदिर में जल चढ़ाने जा रहा था। तभी पीछे से एक टोटो आया और जोरदार टक्कर मार दी। घटना में बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
वहीं दूसरी ओर, मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ओपीडी में चार घंटे तक इंतजार करने के बावजूद डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे। इस कारण एक युवक की मौत हो गई। मरीज को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के आउटडोर विभाग में इलाज करवाकर भर्ती होना था। लेकिन आरोप है कि वहां डॉक्टरों की कमी के कारण देरी हुई। इस दौरान मरीज की मौत हो गई। मृतक का नाम पियारुल शेख (35) था। वह मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा महेशपुर इलाके का निवासी था।