मानगो थाना

पूर्वी सिंहभूम, 15 दिसंबर ।  शहर के अतिसंवेदनशील माने जाने वाले मानगो थाना परिसर में रविवार देर रात आपसी विवाद को लेकर दो पक्ष थाने के भीतर ही आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया और थाना परिसर में जमकर मारपीट शुरू हो गई। हालात इतने बिगड़ गए कि कुछ देर के लिए पूरा थाना परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया।

इस दौरान उपद्रवियों ने थाना परिसर में रखी कुर्सियां तोड़ डालीं, महत्वपूर्ण सरकारी फाइलें बिखेर दीं और फाइल स्टैंड और वायरलेस सेट को भी नुकसान पहुंचाया। बीच-बचाव करने पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ भी युवकों ने धक्का-मुक्की और हाथापाई की, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आईं। स्थिति को काबू में करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालात बिगड़ते देख क्विक रिस्पॉन्स टीम(क्यूआरटी)को बुलाया गया, जिसके बाद किसी तरह दोनों पक्षों को अलग कराया जा सका।

घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी हेडक्वार्टर-1 भोला प्रसाद मानगो थाना पहुंचे और पूरे मामले की जांच-पड़ताल की। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, विवाद की शुरुआत रविवार रात करीब 8.30 बजे मानगो रोड नंबर-1 पर कार की टक्कर को लेकर हुई थी। सड़क पर पहले कहासुनी हुई, जो जल्द ही मारपीट में बदल गई। इस झड़प में दोनों पक्षों के चार लोग घायल हो गए। इसके बाद दोनों पक्ष शिकायत दर्ज कराने मानगो थाना पहुंचे, लेकिन वहां भी तनाव कम होने के बजाय और बढ़ गया और मामला फिर हिंसक झड़प में तब्दील हो गया।

मानगो रोड नंबर-1 निवासी रहमत खान उर्फ अन्न के बेटे साद सईद खान ने आरोप लगाया है कि कार टकराने के बाद सायान अहमद ने अपने साथियों अंजू और सरफराज के साथ मिलकर उन पर हमला किया। आरोप है कि उस्तरा से किए गए हमले में सैफ अली और अमीर आलम घायल हो गए। वहीं, दूसरे पक्ष से सायान अहमद के चाचा मुख्तार अहमद का कहना है कि सायान अपने साथियों के साथ कार से जा रहा था, तभी रहमत खान और उनके बेटे आराफ सईद खान सहित अन्य लोगों ने कार पर पथराव कर दिया, जिसमें संजू गंभीर रूप से घायल हो गया। उनका यह भी कहना है कि सायान शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचा था, जहां उसके साथ दोबारा मारपीट की गई।

बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच दया नर्सिंग होम और सिम्स नर्सिंग होम के संचालन को लेकर पहले से पुराना विवाद चल रहा है, जो इस घटना के दौरान फिर से उग्र रूप में सामने आ गया।