बीरभूम, 24 अक्टूबर। काली पूजा विसर्जन के दौरान जुलूस को लेकर दो पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया कि मामला मारपीट तक पहुंच गया। अचानक हुए हमले में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना गुरुवार रात बीरभूम जिले के दुबराजपुर थानांतर्गत पदुमा ग्राम पंचायत क्षेत्र के भालुका गांव में हुई।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, भालुका गांव के एक रास्ते को लेकर लंबे समय से स्थानीय निवासी चित्तरंजन महादानी के परिवार और गांव के अन्य लोगों के बीच विवाद चल रहा था। ग्रामीणों का आरोप है कि चित्तरंजन महादानी का परिवार उस रास्ते से काली प्रतिमा के विसर्जन जुलूस को गुजरने नहीं देना चाहता था। जब ग्रामीण जुलूस लेकर वहां पहुंचे, तो महादानी परिवार की ओर से उन पर हमला किया गया।

हालांकि, महादानी परिवार ने सभी आरोपों से इनकार किया है। उनका कहना है कि वे अपने घर के सामने खड़े होकर विसर्जन जुलूस देख रहे थे, तभी अंधेरे का फायदा उठाकर कुछ लोगों ने उन पर अचानक हमला कर दिया। परिवार की सदस्य बुला महादानी ने आरोप लगाया कि भीड़ ने उनके परिवार के सदस्यों की पिटाई की, गाड़ियों में तोड़फोड़ की और घर में भी नुकसान पहुंचाया।

इस झड़प में ग्रामीण शिशिर हाजरा, चंडी माल और राहुल हाजरा के साथ चित्तरंजन महादानी और उनके पुत्र प्रशांत महादानी घायल हुए हैं। सूचना मिलने पर दुबराजपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चित्तरंजन महादानी की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें दुबराजपुर ग्रामीण अस्पताल से सिउड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है। पुलिस ने घटना में शामिल दो लोगों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल किसी भी पक्ष ने लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।