कोलकाता, 09 मई । भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के माहौल के बीच पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले से दो संदिग्ध जमात-उल-मुजाहिद्दीन (जेएमबी) आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य एसटीएफ ने गुरुवार रात नलहाटी और मुरारोई इलाकों में छापेमारी कर इन दोनों को पकड़ा। शुक्रवार को दोनों आरोपितों को रामपुरहाट अदालत में पेश कर 14 दिनों की पुलिस हिरासत की मांग की गई है।

गिरफ्तार आतंकियों की पहचान आज़मल हुसैन और साहेब अली खान के रूप में हुई है, दोनों की उम्र 28 वर्ष है। आज़मल नलहाटी और साहेब अली मुरारोई का निवासी है। दोनों जेएमबी के सक्रिय सदस्य हैं, जो भारत में प्रतिबंधित एक कट्टरपंथी जिहादी संगठन है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन आतंकियों का मकसद मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए उकसाना था। वे धार्मिक उन्माद फैलाने वाले और देशद्रोही संदेशों को एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए फैलाते थे। एसटीएफ के अनुसार, इनका उद्देश्य भारत की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाना था। इसके लिए इन्होंने विशेष स्थानों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को निशाना बनाने की भी योजना बनाई थी।

एसटीएफ के एसपी इंद्रजीत बोस ने बताया कि “इनका देश से बाहर स्थित देशविरोधी ताकतों के साथ नियमित संपर्क था और इनके बीच पैसों का लेनदेन भी होता था।” उन्होंने यह भी बताया कि पूछताछ में इनसे जेएमबी के अन्य नेटवर्क के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जाएगी।

जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि आज़मल पहले बांग्लादेश में दाखिल होने की कोशिश कर चुका था और वहां जिहादी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था। वह अपने साथियों के साथ विस्फोटक बनाने और हथियार जुटाने की कोशिश में भी लगा था। इनका लक्ष्य ‘ग़ाज़ात-उल-हिंद’ के विचार को स्थापित करना था।

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही नलहाटी में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए गए थे। अधिकारियों का मानना है