
नदिया, 10 मार्च । जिले के चापड़ा थानांतर्गत गोकुरापोटा गांव के एक निवासी ने ऋण वसूली एजेंटों के कथित दबाव और उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार मृतक का मकबूल हुसैन है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, उन्होंने हाल ही में 50 हजार का ऋण लिया था। उनकी पत्नी माकपा की पूर्व पंचायत सदस्य रह चुकी हैं और मकबूल स्थानीय समुदाय में सम्मानित व्यक्ति थे। ऋण चुकाने के दबाव में उन्होंने अपनी एक बीघा जमीन गंवा दी, लेकिन ऋण का भुगतान पूरा नहीं हो पाया।
परिवार और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, वसूली एजेंट लगातार उन पर अधिक पैसे के लिए दबाव डाल रहे थे। रविवार रात को एजेंट कथित तौर पर उनके घर आए, उन्हें अपने साथ ले गए और उनकी पिटाई की। इसके बाद, सोमवार को मकबूल का शव बरामद हुआ, जिसके पास एक सुसाइड नोट मिला। नोट में ऋण एजेंटों के नाम लिखे थे।
घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर जांच शुरू कर दी और आरोपितों की तलाश में जुट गई, हालांकि शव बरामद करने के दौरान पुलिस को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। मृतक के परिजन और पड़ोसी एजेंटों को सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं, उनका मानना है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि उत्पीड़न का परिणाम है।