
बीरभूम, 06 जुलाई । देवी-देवताओं की तस्वीर वाले लकड़ी की फ्रेम में गांजा छिपाकर तस्करी करने की कोशिश में तीन तस्कर रंगे हाथ पकड़े गए। उनके पास से लगभग 12 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है। पकड़े गए आरोपितों में एक असम का निवासी है, जबकि बाकी दो में एक तृणमूल कांग्रेस नेता लालन शेख है। वह नारायणपुर पंचायत का सदस्य भी है। तीसरा आरोपित लालन का साथी है, जो नारायणपुर पंचायत के तेतुलबांधि गांव का निवासी है।
रविवार को पुलिस ने बताया कि शनिवार को तीनों आरोपित एक बस से बहरमपुर से रामपुरहाट बस स्टैंड पहुंचे थे। वहां से वे किसी अन्य स्थान पर जाने के लिए रामपुरहाट माड़ग्राम मोड़ पर खड़े थे। तभी गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। जब उनकी तलाशी ली गई, तो उनके बैग में रखी हुई देवी-देवताओं की तस्वीरों के फ्रेम के अंदर भारी मात्रा में गांजा पाया गया। इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर रामपुरहाट थाने ले जाया गया।
पुलिस को संदेह है कि पास के तारापीठ मार्केट में देवी देवताओं की तस्वीरों की दुकानें हैं। वहीं, इन तस्वीरों के जरिए गांजा की तस्करी की जा रही थी ताकि किसी को शक न हो। ऐसा लगता है कि बहरमपुर से बीरभूम जिले में गांजा की तस्करी के लिए यह एक नियमित रूट बन चुका है।
इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस के अंचल अध्यक्ष अमातुल्ला (मिलन) ने कहा कि हमने रामपुरहाट के विधायक को सूचित कर दिया है। हमारी पार्टी की ओर से मांग की गई है कि लालन शेख को तुरंत पार्टी से निष्कासित किया जाए। अंतिम निर्णय पार्टी के उच्च पदाधिकारी लेंगे।