कोलकाता, 16 अक्टूबर। मुर्शिदाबाद के बहरामपुर में बुधवार सुबह तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की गोली मार कर हत्या कर दी गई। मित्र तृणमूल कार्यकर्ता का नाम प्रदीप दत्त है। आरोप है कि बुधवार सुबह जब प्रदीप सैर से लौट रहे थे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और उन पर ताबड़तोड़ सात गोलियां चलाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
यह घटना बहरामपुर राधा घाट-1 ग्राम पंचायत क्षेत्र में हुई। मृत प्रदीप दत्ता नाथपाड़ा इलाके के निवासी थे और उनका बहरामपुर के बाजार में प्लाइवुड और कांच का व्यवसाय था। वे इलाके में तृणमूल कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे। बुधवार सुबह करीब छह बजे जब वे अपने घर लौट रहे थे, तभी बाइक सवार तीन हमलावरों ने उन्हें रोका और उन पर गोलियां बरसाईं। गोली लगने के बाद प्रदीप ने भागने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने पीछा कर फिर से गोलियां चलाईं और फरार हो गए।
गोलियों की आवाज सुनकर स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और प्रदीप को खेत के पास खून से लथपथ हालत में पाया। तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही बहरामपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
पुलिस का कहना है कि इस हत्या के पीछे निजी दुश्मनी थी या यह राजनीतिक रंजिश का परिणाम है, इस पहलू की गहन जांच की जा रही है। इलाके में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी मंटू देवनाथ ने बताया, “हम लोग उस समय चाय पी रहे थे, तभी अचानक एक धमाके की आवाज सुनी। पहले हमें लगा कि यह पटाखे की आवाज है, लेकिन जब महिलाओं की चीखें सुनीं, तो दौड़कर बाहर आए। वहां देखा कि प्रदीप दत्ता जमीन पर पड़े थे, खून से लथपथ।” स्थानीय महिलाओं का कहना है कि तीन बदमाश एक बाइक पर आए और बहुत करीब से प्रदीप पर गोलियां चलाईं। इसके बाद वे मुख्य सड़क से होकर फरार हो गए।
मुर्शिदाबाद पुलिस जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माजिद इकबाल ने बताया कि पुलिस कई स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है और घटना के समय की परिस्थितियों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सोमवार रात को मुर्शिदाबाद के सलार में बमबारी की एक घटना में तृणमूल कार्यकर्ता अलाई शेख की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अब बहरामपुर में हुए इस ताजा हमले ने इलाके में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है।