
कोलकाता, 15 मई ।
नदिया जिले के तेहट्ट विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक तापस साहा का गुरुवार सुबह निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके असमय निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और इसे बंगाल की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर अपने शोक संदेश में लिखा, “नदिया के तेहट्ट से विधायक और तृणमूल कांग्रेस परिवार के एक महत्वपूर्ण सदस्य तापस साहा के असामयिक निधन से मैं अत्यंत मर्माहत हूं। वह मेरे वर्षों पुराने सहयोगी थे। उनका जाना नदिया जिला ही नहीं, पूरे बंगाल की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं उनके परिवार, रिश्तेदारों, मित्रों और अनगिनत समर्थकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।”
जानकारी के अनुसार, गत मंगलवार को साहा को मस्तिष्क में रक्तस्राव के कारण गंभीर स्थिति में कोलकाता के बाईपास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
तापस साहा की राजनीतिक यात्रा संघर्षों से भरी रही। वे पार्टी के शुरुआती दिनों से ही ममता बनर्जी के करीबी माने जाते थे। वर्ष 2011 में उन्होंने तृणमूल से टिकट की मांग की थी, पर पार्टी ने उस समय गौरीशंकर दत्त को उम्मीदवार बनाया। इसके विरोध में साहा ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जिसके कारण उन्हें पार्टी से निलंबित भी कर दिया गया था। हालांकि बाद में उन्हें पार्टी में वापस ले लिया गया और वे संगठनात्मक कार्यों में सक्रिय हो गए।
वर्ष 2016 में वह पलाशीपाड़ा सीट से तृणमूल के टिकट पर जीतकर पहली बार विधायक बने और 2021 में तेहट्ट सीट से दोबारा विधानसभा पहुंचे। हालांकि, बाद के दिनों में उन पर नियुक्ति घोटाले में शामिल होने के आरोप भी लगे थे। केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके खिलाफ जांच की और उनके कथित ऑडियो क्लिप भी सामने आए।
तृणमूल विधायक रुकबानुर रहमान ने बताया कि विधायक साहा के अंतिम संस्कार की तिथि और प्रक्रिया पार्टी और उनके परिवार से चर्चा कर तय की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि जिले से कई वरिष्ठ नेता कोलकाता पहुंच रहे हैं।
गौरतलब है कि तेहट्ट विधानसभा क्षेत्र, कृष्णानगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस साल फरवरी में इसी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कालिगंज सीट से विधायक नसीरुद्दीन अहमद का भी निधन हुआ था।