
कोलकाता, 1 जुलाई। कसबा में छात्रा से बलात्कार पर विवादित टिप्पणी करने के बाद तृणमूल कांग्रेस विधायक मदन मित्रा ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली है। पार्टी की ओर से भेजे गए शोकॉज नोटिस के जवाब में उन्होंने लिखित रूप से खेद जताते हुए बिना शर्त माफी मांगी है।
कोलकाता के कसबा इलाके में कॉलेज की एक छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना ने राज्य भर में हलचल मचा दी थी। पुलिस ने आरोपितों को मात्र 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस संवेदनशील मामले पर तृणमूल कांग्रेस के ककमरहाटी से विधायक मदन मित्रा ने पीड़िता के पहनावे और चालचलन पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी, जिससे जनाक्रोश फैल गया।
विवाद बढ़ने के बाद तृणमूल कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष सुब्रत बख्सी ने रविवार को मदन मित्रा को शोकॉज नोटिस जारी किया था और तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा था। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, मदन मित्रा ने तय समय से पहले ही सोमवार रात को पार्टी को जवाब भेज दिया। उन्होंने एक संक्षिप्त पत्र के माध्यम से अपनी गलती स्वीकार की और लिखा कि अगर उनके बयान से पार्टी की छवि को कोई नुकसान पहुंचा है तो वे उसके लिए गहरा खेद व्यक्त करते हैं और बिना शर्त माफी मांगते हैं।
पत्र में मदन मित्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में वे पार्टी अनुशासन का पूरी तरह पालन करेंगे और सार्वजनिक बयान देने में विशेष सतर्कता बरतेंगे।
उल्लेखनीय है कि कसबा कांड पर पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता और सांसद कल्याण बंद्योपाध्याय ने भी विवादित बयान दिया था। हालांकि पार्टी ने उनके बयान का समर्थन नहीं किया और उन्हें भी सावधान किया गया था।
इस पूरे घटनाक्रम से तृणमूल कांग्रेस की छवि पर असर पड़ने की आशंका को देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने तत्काल कदम उठाते हुए स्थिति को संभालने की कोशिश की है।