कोलकाता, 22 अक्टूबर । बिहार के बक्सर से हाथी दांत की तस्करी में संलिप्त होने के आरोप में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में पुलिस ने कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक तृणमूल के कोलकाता के 42 नंबर वार्ड के पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार भी शामिल हैं। जैसे ही यह खबर सामने आई, तृणमूल नेतृत्व ने उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का निर्णय लिया है।

पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों के संयुक्त अभियान के दौरान बक्सर के राहपुर थाना क्षेत्र के देवकुली गांव में एक घर से दो बड़े हाथी दांत बरामद किए गए। इन हाथी दांतों का वजन 20 किलोग्राम से अधिक है, जिसकी बाजार कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने इस छापेमारी के दौरान पांच लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें अशोक कुमार  का नाम प्रमुख है।

पुलिस के अनुसार, जिस घर से हाथी दांत बरामद हुए हैं, वह अशोक कुमार का है। अशोक कुमार उत्तर कोलकाता के 43 नंबर वार्ड में तृणमूल की युवा इकाई के अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में पार्टी के हिंदी सेल के सह-उपाध्यक्ष हैं। बताया जाता है कि अशोक, जोड़ासांको से तृणमूल विधायक विवेक गुप्ता के करीबी हैं।

घटना के सामने आते ही बंगाल की राजनीति में हलचल मच गई। इस बारे में विधायक विवेक गुप्ता ने कहा, “मुझे सुनने में आया है कि अशोक के घर में हाथी पाले जाते थे। बिहार में कई लोग हाथी पालते हैं। हाल ही में उनके एक हाथी की मौत हो गई थी और उन्होंने मरे हुए हाथी को बेच दिया था। हाथी के दांत उन्होंने घर में ही रखे हुए थे। इस घटना का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें पार्टी और सभी पदों से निष्कासित कर दिया गया है।”

इस घटना को लेकर भाजपा नेता सजल घोष ने तृणमूल पर तंज कसते हुए कहा कि अब तृणमूल नेता हाथी दांत की तस्करी में भी माहिर हो गए हैं। पहले ये लोग रेत, कोयला, गाय और नौकरी की चोरी करते थे, अब हाथी दांत तस्करी में भी संलिप्त हैं।