कोलकाता, 26 अप्रैल। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों पर बालूरघाट लोकसभा क्षेत्र के बटून ग्राम पंचायत में मतदान केंद्र संख्या 202 पर मतदाताओं को धमकी देने का आरोप लगाया है। बीएसएफ ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के दावे में कोई सच्चाई नहीं है क्योंकि उस मतदान केंद्र पर बीएसएफ की तैनाती ही नहीं है।
चुनाव आयोग को टैग करते हुए शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की ओर से माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चेतावनी के बावजूद बीएसएफ के जवान सीमावर्ती क्षेत्रों में मतदाताओं को धमका रहे हैं। चुनाव आयोग मूकदर्शन बना हुआ है।
तृणमूल कांग्रेस ने अपने ट्वीट में लिखा है कि हमारे पास गृह मंत्रालय द्वारा नियंत्रित बीएसएफ जवानों के बालूरघाट के बटून ग्राम पंचायत के बूथ नंबर 202 से मतदाताओं को धमकाने और परेशान करने का सबूत है। चुनाव आयोग तुरंत कार्रवाई करें।
इस पर बीएसएफ में तुरंत पलटवार करते हुए लिखा कि बालूरघाट के बटून ग्राम पंचायत में बूथ नंबर 202 पर बीएसएफ की तैनात ही नहीं है। बीएसएफ भारत के चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित अपने आदेश का सख्ती से पालन कर रहा है। किसी भी झूठे दावे में केवल गलत सूचना ही फैलाई जा रही है। बीएसएफ स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए प्रतिबद्ध है।