
नई दिल्ली, 6 अगस्त। राज्यसभा में बुधवार को पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को श्रद्धांजलि दी गयी। इसके बाद बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) समेत अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 02 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। सत्यपाल मलिक दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। उप सभापति हरिवंश नारायण ने राज्यसभा में दिवंगत सदस्य के प्रति श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश से 2 बार संसद के उच्च सदन के सदस्य बने। पहली बार वे 1982 में सदन के सदस्य बने। इसके बाद वे वर्ष में 1989 में सदन के सदस्य रहे। उप सभापति हरिवंश ने कहा कि सत्यपाल मलिक बिहार, गोवा, मेघालय व जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। सत्यपाल मलिक के निधन से देश ने एक महत्वपूर्ण प्रशासक व योग्य राजनेता खो दिया है। राज्यसभा ने सत्यपाल मलिक को श्रद्धांजलि दी और उनकी याद में मौन रखा गया। आवश्यक दस्तावेज सदन की पटल पर रखने के बाद उपसभापति हरिवंश ने कहा कि उन्हें नियम 267 के तहत कुल 35 नोटिस मिले हैं। नियम के अनुरूप नहीं पाए जाने पर सभी नोटिस को अस्वीकार कर दिया गया है, जिस पर हंगामा शुरू हो गया। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के मामले पर हंगामा जारी रहा। फिर सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।