अनुपस्थित पोस्टल बैलेट मतदाताओं के लिए होम वोटिंग शुरू
बुजुर्ग और दिव्यांगजन में दिखा उत्साह
घर बैठे मतदान की व्यवस्था पर जताई खुशी
उदयपुर, 14 नवंबर। विधानसभा आम चुनाव- 2023 के तहत भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजन के लिए होम वोटिंग का प्रथम चरण उदयपुर में जिला निर्वाचन अधिकारी अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में मंगलवार से शुरू हुआ।
अभियान के तहत जिले की 8 विधानसभा क्षेत्रों में गठित टीमों ने निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार भ्रमण कर घर-घर जाकर चिन्हित मतदाताओं से मतदान कराया। घर बैठे लोकतंत्र की गंगा में स्नान का अवसर पाकर बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की खुशी का पारावार नहीं रहा। उन्होंने पूर्ण उत्साह के साथ मताधिकार का उपयोग किया। साथ ही निर्वाचन आयोग की व्यवस्था पर खुशी व्यक्त की।
भारत निर्वाचन आयोग ने लोकतंत्र के उत्सव में सभी की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजनों के लिए होम वोटिंग सुविधा उपलब्ध कराई है। उदयपुर जिले में कुल 3815 मतदाताओं ने होम वोटिंग का विकल्प चुना है। इसके लिए 8 विधानसभा क्षेत्रों में 82 मतदान दलों का गठन किया गया है। होम वोटिंग को लेकर मंगलवार सुबह मतदान दलों का अंतिम प्रशिक्षण राजकीय फतह उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में हुआ। उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं एडीएम प्रशासन शैलेष सुराणा के निर्देशन में दलों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान अत्यावश्यक सेवाओं के कार्मिकों के लिए लगने वाले विशेष बूथ तथा अन्य राजकीय कार्मिकों के डाक मत पत्र से जुड़े मतदान दलों को भी प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान एडीएम सिटी राजीव द्विवेदी, प्रशिक्षण प्रभारी जितेंद्र ओझा, होम वोटिंग प्रकोष्ठ प्रभारी कुशल कोठारी, स्टोर प्रभारी मुकेश चौधरी, राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ महामाया प्रसाद चौबीसा आदि उपस्थित रहे। सामग्री वितरण के साथ ही दलों की रिटर्निंग अधिकारी मुख्यालय के लिए रवानगी हुई। वहां से दल अपने-अपने निर्धारित रूट चार्ट पर होम वोटिंग के लिए रवाना हुए।
होम वोटिंग को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह नजर आया। मतदान दलों ने माइक्रो आर्ब्जवर, बीएलओ, प्रत्याशियों के बूथ एजेंट आदि की उपस्थिति में बिना गोपनीयता भंग किए पूर्ण पारदर्शिता से घर-घर जाकर चिन्हित मतदाताओं की वोटिंग कराई। जो मतदाता बिस्तर से उठने में सक्षम नहीं थे, उनके लिए बेड पर ही मतदान की प्रक्रिया की गई। पहली बार इस तरह की व्यवस्थाएं देखकर मतदाताओं और परिवारजनों ने खुशी व्यक्त करते हुए भारत निर्वाचन आयोग का आभार व्यक्त किया।