कोलकाता, 18 अक्टूबर । आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुई बर्बर बलात्कार और हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टरों द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल शुक्रवार को 14वें दिन में प्रवेश कर चुकी है।
हर गुजरते दिन के साथ आम जनता और अन्य पेशेवर क्षेत्रों के प्रतिनिधि इन विरोध कर रहे डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए आगे आ रहे हैं।
शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के दो प्रसिद्ध सांस्कृतिक और साहित्यिक संगठनों के सदस्यों ने भी जूनियर डॉक्टरों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए 12 घंटे की प्रतीकात्मक भूख हड़ताल का आयोजन किया। इनमें से एक सांस्कृतिक समूह ने विरोध स्थल एस्प्लेनेड, मध्य कोलकाता में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित करने का निर्णय लिया है।+
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के एक प्रतिनिधि ने कहा, ” लोगों का स्वत:स्फूर्त और अटूट समर्थन हमारी ताकत है। हमने अपने आंदोलन को इस समर्थन के बल पर ही आगे बढ़ाया है और अपनी मांगों के लिए आवाज उठाई है।”
इसी बीच, पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी। इस बैठक में राज्य के विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी, जो सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के प्रमुखों को इस बैठक में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। जो लोग शारीरिक रूप से बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे, उन्हें वर्चुअल रूप से जुड़ने को कहा गया है।
इस भूख हड़ताल में अब तक आठ जूनियर डॉक्टर शामिल हैं, जिनमें से सात एस्प्लेनेड, मध्य कोलकाता में और एक उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग में हड़ताल कर रहा है।
अब तक छह डॉक्टरों को शारीरिक स्थिति बिगड़ने पर, अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से पहले अस्पताल में भर्ती होने वाले डॉक्टर अनिकेत महतो, जिन्हें गुरुवार दोपहर को अस्पताल से छुट्टी मिली, को कुछ समय तक सख्त चिकित्सा और आहार संबंधी निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। उन्हें फिर से भूख हड़ताल में शामिल न होने की सलाह दी गई है।