नई दिल्ली, 5 अगस्त। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे कर लिए हैं। अब संघ समाज के बीच संघ, संघ कार्य, सोच और प्रेरणा लेकर आगामी एक वर्ष तक जाएगा। इसी क्रम में सरसंघाचलक मोहन भागवत अगले साल फरवरी तक देश के चार बड़े शहरों में चार प्रमुख व्याख्यान माला को संबोधित करेंगे। दिल्ली में यह व्याख्यान माला 26-28 अगस्त तक आयोजित की जाएगी। इसमें दिल्ली और आसपास के प्रदेशों की विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों का आमंत्रित किया जाएगा।

दिल्ली के केशवकुंज स्थित संघ मुख्यालय में मंगलवार को अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने पत्रकार वार्ता में इस आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि व्याख्यानमाला का विषय ‘100 वर्ष की संघ यात्रा-नए क्षितिज’ रखा गया है। संघ प्रमुख अपने व्याख्यान में पंच परिवर्तन के विषय को समाज के सामने प्रमुखता से रखेंगे। दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित व्याख्यान में पहले दो दिन प्रबोधन सत्र और तीसरे दिन प्रश्नोत्तर आयोजित किए जायेंगे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संघ ने समाज तक अपने विचार, कार्य और दिशा को पहुंचाने के उद्देश्य से विभिन्न नागरिक गोष्ठियों की श्रृंखला शुरू की है। सरसंघचालक की व्याख्यान माला बेंगलुरू, कोलकाता और मुंबई जैसे महानगरों में भी आयोजन होगा।

दिल्ली के आयोजन के बारे में आंबेकर ने बताया कि एनसीआर व आसपास के राज्यों के प्रमुख नागरिकों को व्याख्यान में आमंत्रित किया जा रहा है। 17 प्रमुख श्रेणियों में चयनित अतिथियों की सूची तैयार की गई है, जिनमें कुल 138 उपश्रेणियाँ शामिल हैं। मीडिया से जुड़े प्रमुख लोगों, मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों और विभिन्न दूतावासों से भी संवाद कर आमंत्रण भेजे जा रहे हैं।

पत्रकार वार्ता में मंच पर संघ के प्रांत संघचालक अनिल अग्रवाल भी मौजूद रहे। इसके अलावा अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल, दिल्ली के प्रांत कार्यवाह अनिल गुप्ता एवं संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार भी इस दौरान मौजूद रहे।