
“प्रकृति बचेगी, तभी हम बचेंगे” — प्रह्लाद गोयनका
नारियल का पेड़ बिजली गिरने से सुरक्षा प्रदान करता है — विधायक सुकांत पाल
कोलकाता, 27 जुलाईः हावड़ा जिले के आमता काशमली पंचायत क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत गंगा मिशन की ओर से हरित गंगा अभियान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गंगा मिशन के राष्ट्रीय सचिव प्रह्लाद राय गोयनका की उपस्थिति में हजारों नारियल के पौधों सहित अन्य हजारों पौधे वितरित किए गए।
आमता के विधायक सुकांत पाल ने गंगा मिशन और इसके प्रेरणास्रोत प्रह्लाद राय गोयनका की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा, “यह पहल व्यवसायिक लाभ-हानि से ऊपर उठकर प्रकृति संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के विकास के लिए अत्यंत सराहनीय है।”
विधायक ने आगे कहा, “नारियल का पेड़ स्वाभाविक रूप से बिजली गिरने से सुरक्षा देता है। ये पौधे आकाशीय बिजली से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने में प्रभावी भूमिका निभाएंगे।” उन्होंने बताया कि आमता क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से यह मांग थी कि नदी किनारे और आसपास के क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाई जाए। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए यह नारियल वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया है।
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए प्रह्लाद राय गोयनका ने कहा, “प्रकृति बचेगी, तभी हम बचेंगे।” उन्होंने बताया कि विभिन्न जिलों में वृक्षारोपण अभियान गंगा मिशन की एक महत्वपूर्ण गतिविधि है।
उन्होंने आगे कहा कि आज के समय में पक्षियों की संख्या लगातार घट रही है, जिसका मुख्य कारण बड़े पेड़ों की कमी है। पेड़ न होने के कारण पक्षियों का आवास नष्ट हो रहा है, जिससे पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है।
पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से उन्होंने आम जनता से अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का आग्रह किया, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और संतुलित पर्यावरण उपहार में दिया जा सके।