कोलकाता, 26 अक्तूबर। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि जो दल खुद को संविधान का रक्षक बताते हैं, वही रोज उसे बदलने की धमकी दे रहे हैं।

भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने रविवार काे एक वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधान परिषद सदस्य कारी सोहेब का यह बयान इस बात का प्रमाण है कि विपक्षी दलों का असली उद्देश्य पिछड़े वर्गों के अधिकारों को छीनना है।

गौरतलब है कि, वायरल वीडियो में कारी सोहेब यह कहते सुने गए कि अगर तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बने तो वे संविधान में बदलाव कर वक्फ कानून में संशोधन करेंगे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अमित मालवीय ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “जो दिन-रात संविधान बचाने की बात करते हैं, वही उसे बदलने की साजिश रच रहे हैं ताकि दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की जमीन तथा अधिकार छीन सकें।”

मालवीय ने सवाल उठाया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव, जो बिहार में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं, क्या इस तरह के बयानों की जिम्मेदारी लेंगे? उन्होंने कहा, “अब सवाल राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से है, जो खुद को संविधान के स्वयंभू रक्षक कहते हैं, क्या वे क़ारी सोहेब जैसे लोगों को गरीब और वंचित हिंदुओं की जमीन और आरक्षण पर कब्ज़ा करने देंगे?”

वायरल वीडियो में कारी सोहेब यह भी कहते दिखे कि जिन्होंने नए वक्फ संशोधन अधिनियम का समर्थन किया है, उन्हें “उपचार की जरूरत” है। उन्होंने चुनावी सभा में कहा, “बिहार और देश को बचाने के लिए एनडीए के सहयोगियों को हराना जरूरी है। तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनते ही ऐसे सारे बिल रद्द कर दिए जाएंगे। महागठबंधन की सरकार एकता, भाईचारा और इंसानियत की सरकार होगी।”