वाराणसी, 24 जनवरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी तमिल संगमम् के तीसरे संस्करण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। 15 से 24 फरवरी तक चलने वाले संगमम् की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को स्थानीय अफसरों के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अपर सचिव सुनील कुमार बरनवाल ने बैठक की।

बैठक में वाराणसी के जिलाधिकारी ने पूर्व में हुए काशी-तमिल संगमम एक व दो के दौरान की गयी तैयारियों तथा विभिन्न आयोजनों की विस्तृत जानकारी दी। अपर पुलिस आयुक्त डॉ एस. चनप्पा ने पूरे आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी गयी। बैठक में बताया गया कि संगमम् में पांच रेगुलर तथा एक विद्यार्थियों का ग्रुप समेत कुल छह ग्रुप भाग लेंगे। विभिन्न ग्रुपों में शामिल सदस्य नमो घाट पर आयोजित एकेडमिक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने के बाद प्रयागराज जाएंगे। जहां वे महाकुंभ में संगम स्नान, अक्षयवट, हनुमान मंदिर तथा अन्य प्रमुख जगहों पर दर्शन पूजन करेंगे। प्रयागराज के बाद अतिथियों की टीम अयोध्या जाएगी। जहां वे राम मंदिर, कनक भवन तथा घाट का भ्रमण करेंगे। इसके बाद वापस वाराणसी आएंगे तथा यहां से तमिलनाडु के लिए प्रस्थान करेंगे।

काशी तमिल संगमम् का आयोजन केंद्र सरकार के शिक्षा, संस्कृति, कपड़ा, रेलवे, पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण, सूचना एवं प्रसारण आदि मंत्रालयों और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से कर रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दोनों प्रदेशों के विद्वानों, छात्रों, दार्शनिकों, व्यापारियों, कारीगरों, कलाकारों और अन्य क्षेत्रों के लोगों को एक साथ आने, अपने ज्ञान, संस्कृति और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और एक-दूसरे के अनुभव से सीखने का अवसर प्रदान करना है। इसका उद्देश्य युवाओं को जागरूक करना और सांस्कृतिक एकता का अनुभव कराना भी है। आईआईटी मद्रास और बीएचयू वाराणसी इस कार्यक्रम के लिए दो कार्यान्वयन एजेंसियां हैं।