
भोपाल, 20 जनवरी । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए मंगलवार, 21 जनवरी की शाम बेहद खास होने जा रही है। इस दौरान आसमान में अद्भुत खगोलीय घटना होने जा रही है, जिसमें सौरमंडल के ग्रहों का जमावड़ा लगने लगने जा रहा है। इस दिन सूर्यास्त के बाद आकाश में पूर्व से पश्चिम तक सौरमंडल के छह ग्रह एक कतार में नजर आएंगे।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने सोमवार को इस खगोलीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार की शाम पूर्वी आकाश में मंगल (मार्स) होगा तो सिर के लगभग ऊपर बृहस्पति (जुपिटर) और यूरेनस अपनी चमक विखेर रहे होंगे। वहीं पश्चिमी आकाश में नेप्च्यून, शुक्र (वीनस) और शनि (सेटर्न) कतार बनाते हुए नजर आएंगे। ग्रहों का कुंभ से नजारे में आप मंगल, बृहस्पति, शुक्र और शनि को तो खाली आंखों से देख पाएंगे, लेकिन यूरेनस और नेप्च्यून को देखने के लिए टेलिस्कोप की मदद लेनी होगी। टेलिस्कोप से देखने पर यह छह ग्रह आकाश में एक कतार बनाते हुए दिखेंगे।
सारिका ने बताया कि सौरमंडल के पहले ग्रह बुध की इस समय कमी रहेगी। इस कमी को आने वाले फरवरी माह में पूरी कर पाएंगे, जब आप सभी ग्रहों को एक साथ देख सकेंगे और अगर आप सौर परिवार के तीसरे ग्रह (पृथ्वी) को देखना चाहते हैं तो उसे देखने के लिये ऊपर नहीं, आपके कदमों में देखना होगा। सौर परिवार के छह ग्रहों को एक साथ देखने का यह अच्छा अवसर है।
हालांकि, इस खगोलीय घटना के दर्लभ होने को लेकर सारिका ने बताया कि सोशल मीडिया में इस घटना को बढ़ा–चढ़ा कर बताया जा रहा है, लेकिन ऐसा है नहीं। दरअसल, ग्रहों की परेड आम तौर हर कुछ साल में होती रहती है, लेकिन इनका समय बदलता रहता है। भारत के आकाश के लिए यह घटना शाम को दिख रही है, इसलिये महत्वपूर्ण है। इसमें भी ग्रह आपस में सटेंगे नहीं, बल्कि 180 डिग्री के आकाश में एक कतार में रहेंगे। यह इन ग्रहों को पहचानने और जानने का मौका रहता है।