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काठमांडू, 9 फ़रवरी । नेपाल से एक बच्चे का अपहरण कर उसे भारत के पंजाब ले जाकर बेचने के लिए एक वियतनामी नागरिक ने बच्चे का फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। पुलिस ने स्थानीय एक लाॅज से अपहृत बच्चे की बरामदगी
के दाैरान मिले एक फर्जी आधार कार्ड के आधार पर यह खुलासा किया है। पुलिस ने वियतनामी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया है।
राजधानी के पाटन क्षेत्र से बीते 6 फ़रवरी को चार वर्ष के बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। काठमांडू पुलिस की क्राइम ब्रांच ने तीन दिन के बाद रविवार को काठमांडू के बस स्टैंड के एक छोटे से लॉज से इस बच्चे को अपहरण मुक्त करा लिया था। इस बच्चे का अपहरण करने के आरोप में पुलिस ने एक वियतनामी नागरिक माय हॉन्ग किन्हा को गिरफ्तार किया है।
ललितपुर के एसएसपी श्याम कृष्ण घिमिरे ने बताया कि वियतनामी नागरिक माय हॉन्ग किन्हा ने पाटन दरबार स्क्वायर में घूमने आए चार वर्षीय स्थानीय बालक पल चेपाङ को चकलेट और चिप्स खिलाकर उससे निकटता बढ़ाई और बहला फुसलाकर उसे पहले सुनधारा स्थित एक होटल में ले गया। एसएसपी घिमिरे के अनुसार माय हॉन्ग किन्हा उस बच्चे काे काठमांडू से बीरगंज होते हुए पंजाब ले जाकर बेचने की योजना थी।
पुलिस ने काठमांडू के कलंकी में बस अड्डे के एक लॉज के कमरे में छापेमारी के दाैरान काठमांडू से बीरगंज तक का बस का टिकट और फिर रक्सौल से अमृतसर तक का ट्रेन का टिकट भी मिला। पुलिस ने उस समय कमरे से बच्चे की फोटो सहित एक आधार कार्ड भी बरामद किया था। एसएसपी घिमिरे ने आधार कार्ड दिखाते हुए कहा कि चार दिन में ही आधार कार्ड बनवा कर बच्चे को रविवार की शाम को ही काठमांडू से बाहर ले जाने की योजना थी। पुलिस ने सीसीटीवी खंगालते हुए पहले अपहरणकर्ता वियतनामी नागरिक को पकड़ा और उसका पीछा करते हुए उस बच्चे तक पहुंचने में सफलता हासिल की।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार वियतनामी नागरिक से पूछताछ में पता चला कि माय हॉन्ग किन्हा नेपाल घूमने आया था। वह यहां पर लामा भाषा सीखने के लिए गुंबद में जाया करता था। पुलिस ने बताया कि वह बीच में पंजाब भी जाकर आया था। सीसीटीवी से अपहरण करने वाले बच्चे की वह दिसंबर से ही पीछा कर रहा था और उससे नजदीकी बढ़ा कर उसका अपहरण कर लिया था।