पटना, 18 जनवरी। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि बिहार पेपर लीक का सेंटर बन गया है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जातिगत जनगणना होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने बजट में पिछड़े समुदाय के प्रतिनिधित्व पर भी सवाल उठाया।
एक दिवसीय बिहार दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी पटना के बापू सभागार में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जाति जनगणना कराने बाद विकास उसी के अनुसार होना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा, इससे पता चलेगा कि किसकी कितनी आबादी है। नौकरशाही, शैक्षणिक संस्थानों और निजी कंपनियों में उनकी कितनी भागीदारी है। साथ ही उन्होंने कहा कि अंबानी और अडानी को सत्ता दे दी गई है।
राहुल गांधी ने बजट में पिछड़े समुदाय के प्रतिनिधित्व पर सवाल उठाया और कहा, केंद्र सरकार के 90 वरिष्ठ अधिकारी देश के बजट पर निर्णय लेते हैं। इनमें दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों की भागीदारी 10 प्रतिशत भी नहीं है जबकि भारत की आबादी में इन वर्गों की हिस्सेदारी 90 प्रतिशत है।
लोकसभा में विरोधी दल के नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस किताब (भारत के संविधान) में कहां लिखा है कि भारत की सारी संपत्ति सिर्फ दो-तीन लोगों के हाथ में चली जानी चाहिए। आज के भारत में विधायकों और सांसदों के पास कोई शक्ति नहीं है। जब मैं पिछड़े समुदाय, दलितों, आदिवासियों से ताल्लुक रखने वाले भाजपा सांसदों से मिलता हूं, तो वे कहते हैं कि हमें पिंजरे में डाल दिया गया है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हम चाहते हैं कि जैसे गंगा का पानी हर जगह बहता है, वैसे ही संविधान की विचारधारा भी देश के हर व्यक्ति, हर संस्थान तक पहुंचे। भारत के हर संस्थान से डॉ. बीआर अंबेडकर, भगवान बुद्ध और महात्मा गांधी की विचारधारा को मिटाया जा रहा है।
इससे पहले राहुल गांधी आज सुबह पटना के जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। यहां बिहार कांग्रेस प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।