गोरखपुर, 22 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में नौकरी व रोजगार की कोई कमी नहीं है और युवा अपनी अभिरुचि के अनुसार क्षेत्र का चयन कर खुद को प्रशिक्षण से जोड़कर तैयार करें तथा उनके रोजगार व नौकरी की गारंटी सरकार लेगी।

मुख्यमंत्री ने रविवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित वृहद रोजगार मेले को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस रोजगार मेले में आए जिन युवाओं को किसी कारणवश रोजगार नहीं मिल पाएगा उन्हें पीएम.सीएम इंटर्नशिप योजना से जोड़ा जाएगा। इन युवाओं को इंडस्ट्री में ट्रेनिंग देने के साथ मानदेय भी दिया जाएगा। मानदेय का आधा हिस्सा सरकार और आधा हिस्सा संबंधित इंडस्ट्री देगी। इंडस्ट्री में ट्रेनिंग के बाद ऐसे युवाओं को रोजगार मिलेगा और उनकी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ समाज व देश को मिलेगा।

उन्होंने रोजगार मेले में नियुक्ति पाने वालों को बधाई दी और अचयनितों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वे निराश न हों। परिश्रम का जज्बा रखते हुए क्षेत्र चुनकर ट्रेनिंग लें और वे आश्वस्त रहें सरकार नौकरी की कमी नहीं होने देगी। योगी ने कहा कि हमारी मान्यता रही है कि कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं है। यदि कहीं कोई अयोग्य दिख रहा है तो इसका अर्थ यह है कि वहां मार्गदर्शक की कमी है। 125 कंपनियों की भागीदारी और करीब 34 हजार रिक्तियों वाला यह वृहद रोजगार मेला एक योग्य योजक की भूमिका में है।

उन्होंने कहा कि युवा निरंतर प्रयास करते रहें सरकार उनके लिए अनेक कार्यक्रमों को लेकर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देने को तैयार है। युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार दो करोड़ युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन उपलब्ध कराने में जुटी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गांव स्तर तक मिशन रोजगार के प्रवाह का उल्लेख करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 1.08 लाख प्लम्बर तथा पीएनजी पाइप लाइन के लिए प्लम्बर की जरूरत को देखते हुए अभी से प्रशिक्षण देकर रोजगार देने की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जब हर हाथ को काम, हर खेत को पानी का नारा दिया था तब लोग इसे पूरा हो पाना असंभव मानते थे पर 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने इसे लगातार हकीकत में बदल दिया है। डबल इंजन की सरकार बिना भेदभाव हर हाथ को काम उपलब्ध करा रही है।

योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए जनधन खाते खुलवाकर, डीबीटी से धनराशि अंतरित कर, डिजिटल इंडिया से गांवों को जोड़कर हर व्यक्ति को सक्षम बनाया है। मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया, मुद्रा योजना, विश्वकर्मा योजनाओं के जरिये देश में युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार की ढेर सारी संभावनाओं को आगे बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी, महानवमी व विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए मां भगवती व प्रभु श्रीराम से सबकी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना की।

योगी ने कहा कि यूपी में जब पारंपरिक शिल्प व उद्योगों को ऊंचाई देने के लिए ओडीओपी योजना शुरू की गई तो लोग ऐसे शिल्प.उद्योगों को मरा हुआ कहते थे। वास्तव में ऐसा समझने वालों की सोच मरी हुई है। सरकार ने जब पूर्वजों की जीवंत धरोहर इन उद्योगों को टेक्नोलॉजी, ब्रांडिंग और मार्केटिंग से जोड़ा तो लॉकडाउन में इस सेक्टर में 40 लाख लोगों को रोजगार दिया गया। लॉकडाउन में सरकार ने लोगों को दूसरे राज्यों से सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया और रोजगार भी दिया। घर लौटा यूपी का आदमी यहीं काम कर यूपी की अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जितने प्रतिशत लोग दूसरे राज्यों से लौटे उतने ही प्रतिशत अर्थव्यवस्था बढ़ी है जबकि जिन राज्यों से वे आए वहां अर्थव्यवस्था पर उतने ही प्रतिशत नकारात्मक असर पड़ा है।