कोलकाता, 19 मार्च । पश्चिम बंगाल पुलिस महकमे में इस समय करीब 46 हजार पद खाली पड़े हैं। यह जानकारी राज्य पुलिस निदेशालय ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), पश्चिम बंगाल के माध्यम से चुनाव आयोग (ईसीआई) को सौंपी है।

राज्य पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन 46 हजार रिक्तियों में से 30 हजार पद केवल कांस्टेबलों के हैं, जो पुलिस बल की रीढ़ माने जाते हैं। इसके अलावा, सब-इंस्पेक्टर (एसआई) या समकक्ष रैंक के पदों पर भी बड़ी संख्या में रिक्तियां हैं, जो बल में सबसे निचले अधिकारी स्तर का प्रतिनिधित्व करते हैं।

ईसीआई ने आगामी 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी के तहत राज्य पुलिस बल की मौजूदा संख्या और रिक्तियों का ब्यौरा मांगा था। इसके जवाब में, राज्य पुलिस निदेशालय ने बताया कि मौजूदा समय में कुल पुलिस बल की संख्या करीब 80 हजार है, जबकि 46 हजार पद रिक्त पड़े हैं। इस तरह, राज्य में पुलिस बल का एक-तिहाई हिस्सा खाली है।

राज्य पुलिस द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई सूची में नागरिक स्वयंसेवकों (सिविक वॉलंटियर्स) का कोई आंकड़ा शामिल नहीं है, क्योंकि नियमों के अनुसार, इन्हें चुनावी ड्यूटी में नहीं लगाया जा सकता। इसके अलावा, कलकत्ता हाईकोर्ट के एक निर्देश के तहत इन्हें कानून-व्यवस्था से जुड़े अभियानों में तैनात करने पर भी रोक है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, उपलब्ध पुलिस बल के आधार पर चुनाव आयोग यह तय करेगा कि चुनाव के दौरान राज्य पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) का अनुपात क्या रहेगा।

राज्य सरकार पहले भी सिविक वॉलंटियर्स को उनकी अधिकृत भूमिका से बाहर तैनात करने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर चुकी है। अब चुनाव आयोग की रिपोर्ट के बाद यह देखना होगा कि राज्य सरकार इन रिक्तियों को भरने के लिए क्या कदम उठाती है।