
हुगली, 27 जुलाई । हाल ही में मुर्शिदाबाद के सुती 2 ब्लॉक की ओमरापुर पंचायत के इलाहाबाद गांव में एक गर्भवती महिला को खटिया पर अस्पताल ले जाने का एक और वीडियो सोशल मडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि इलाके की सड़क इतनी खराब है कि गांव वाले मरीज को खटिया पर अस्पताल ले जाने को मजबूर हैं।
एक महीने के अंदर सुती ब्लॉक के दो अलग-अलग गांवों में एक ही घटना की पुनरावृत्ति देखकर सोशल मीडिया पर स्थानीय प्रशासन और प्रदेश सरकार की जमके किरकिरी हो रही है। हर कोई स्थानीय प्रशासन और विधायक पर उंगली उठा रहा है। लेकिन, इस बार भी सुती से तृणमूल विधायक इमानी बिस्वास की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सुती विधानसभा क्षेत्र के निवासियों का एक ही सवाल है, सड़क की हालत कब सुधरेगी।
दरअसल 10 जुलाई को भी सुती ब्लॉक के हरवा ग्राम पंचायत अंतर्गत पराईपुर इलाके में ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई थी। चार लोग गांव से एक गर्भवती महिला को खटिया पर लादकर खतरनाक सड़क पार करा रहे थे। वह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस बार भी यही नजारा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गांव की ओर जाने वाली मुख्य सड़क बेहद खराब हालत में है। कीचड़ से भरी इस सड़क के दोनों ओर गड्ढे हैं। खराब सड़क के कारण कोई भी टोटो या एम्बुलेंस गांव में प्रवेश नहीं कर सकती। सड़क की हालत के कारण कोई भी अन्य वाहन चालक गांव में आने को तैयार नहीं होता। गांव वाले मरते हुए मरीज़ों को खटिया पर अस्पताल ले जाने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों का दावा है कि वे कई सालों से ऐसी ही दयनीय ज़िंदगी जी रहे हैं। पंचायत या ब्लॉक स्तर पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद, कुछ नहीं हुआ। स्थानीय निवासी आकाश शेख शिकायत ने कहा कि वोट जाता है, वोट फिर आता है। वादों की बाढ़ आ जाती है। ग्रामीण भी उत्सव के मूड में मतदान करते हैं। लेकिन, सड़कों की हालत इतनी खराब है। नेता जीतने के बाद गांव की तरफ मुड़कर भी नहीं देखते। मिज़ानुर रहमान ने कहा कि इस बार चुनाव बहिष्कार का समय आ गया है। अगर हालात नहीं बदले, तो ग्रामीण उसी राह पर चल पड़ेंगे।
उल्लेखनीय है कि बंगाल में विधानसभा चुनाव 2026 में हैं। चुनाव से पहले सड़कों की खस्ता हालत की ऐसी तस्वीरें बार-बार सामने आ रही हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का दावा है कि विपक्ष सोशल मीडिया पर फैले इन सभी वीडियो और तस्वीरों को चुनाव प्रचार के हथियार के रूप में इस्तेमाल करेगा।