कोलकाता, 27 सितंबर। कोलकाता के श्यामबाजार इलाके में पिछले नौ दिनों से साधु-संतों का धरना-प्रदर्शन चल रहा है। ये सभी महाकाल बाबा के नेतृत्व में इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं, जो हिमालय से कोलकाता आए हैं। प्रदर्शनकारियों का मुख्य उद्देश्य आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई नृशंस घटना, जिसमें एक महिला चिकित्सक का बलात्कार और हत्या कर दी गई थी, के खिलाफ न्याय की मांग करना है। इस घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश पैदा किया और लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। ये धरना अनिश्चितकाल के लिए चलने वाला है।

महाकाल बाबा के नेतृत्व में चल रहे इस धरने में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना के खिलाफ कड़े कदम उठाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलती।

यह धरना श्यामबाजार के पांच-पॉइंट चौराहे पर जारी है, जहां बड़ी संख्या में लोग इस विरोध में शामिल हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। उनकी मांग है कि सरकार इस मामले में त्वरित कार्रवाई करे और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दे।

आरजी कर मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए इसे सीबीआई को सौंपा था। अदालत ने राज्य सरकार को इस घटना के पीड़ितों और प्रदर्शनकारियों के प्रति संवेदनशील होने के निर्देश दिए थे। इस घटना ने चिकित्सा समुदाय में भी व्यापक रोष पैदा किया, और डॉक्टरों ने अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए हड़तालें और विरोध प्रदर्शन किए। घटना में भ्रष्टाचार और साक्ष्य छिपाने के आरोपों के चलते कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला थाने के तत्कालीन प्रभारी अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया गया है।