नई दिल्ली, 02 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विकसित भारत के हमारे संकल्प को स्पष्ट करने के साथ ही कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का उत्तर देने के लिए यहां उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने भाषण में विकसित भारत के हमारे संकल्प को विस्तार से बताया है। राष्ट्रपति ने महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए हैं। उन्होंने हमारा और देश का मार्गदर्शन किया है।

पिछले दो दिनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदस्यों के विचारों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कल और आज, अनेक सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार व्यक्त किए हैं, विशेषकर वे जो पहली बार सांसद के रूप में हमारे बीच आए हैं। उन्होंने संसद के सभी नियमों का पालन किया और उनका व्यवहार भी एक अनुभवी सांसद जैसा था। पहली बार आने के बावजूद उन्होंने सदन की गरिमा को बढ़ाया है और अपने विचारों से इस बहस को और अधिक मूल्यवान बनाया है

पहली बार चुनकर आये सांसदों ने सभी नियमों का पालन करते हुए अपने विचार व्यक्त किये। ऐसा करके उन्होंने सदन की गरिमा को बढ़ाया है।

प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दुनिया के सबसे बड़े चुनाव अभियान में जनता ने हमें चुना है। मैं कुछ लोगों का दर्द समझ सकता हूं। लगातार झूठ फैलाने के बावजूद उन्हें भारी हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के हमारे बड़े अभियान ने हमें चुनावों के दौरान आशीर्वाद दिलाया है।

इस दौरान विपक्ष नारेबाजी करता रहा। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के दौरान विरोध करने के लिए विपक्ष के नेता राहुल गांधी को ऐसा नहीं करने की बात कहते हुए उनकी आलोचना की।