रांची, 19 जून ।  भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने गोड्डा के राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की अव्यवस्था और इसकी मान्यता पर मंडरा रहे संकट को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार की लापरवाही और संवेदनहीनता के चलते यह संस्थान अपना अस्तित्व और पहचान दोनों को खोने की कगार पर है।

अजय साह ने कहा कि कॉलेज में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति नहीं हो पाई है, जिससे संस्थान में प्रशासनिक कार्य ठप हैं। कॉलेज में 42 स्वीकृत पदों के मुकाबले मात्र 8-10 शिक्षक कार्यरत हैं, जो शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। कॉलेज में छात्रावास की बेहद कमी है। इंटर्न हॉस्टल के अभाव में छात्रों को प्रतिदिन 40 किलोमीटर दूर गोड्डा शहर से कॉलेज तक आना-जाना पड़ता है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं सामने आ रही हैं।

उन्होंने कहा कि इंटर्नशिप कर रहे विद्यार्थियों को 10 हजार मासिक स्टाइपेंड दिया जा रहा है, जो आयुष मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप नहीं है।  इसके अलावा छात्रों को यह नाममात्र राशि भी समय पर नहीं मिलती, जिससे उन्हें गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। यदि यह स्थिति बनी रही, तो केंद्रीय होम्योपैथी परिषद द्वारा इस कॉलेज की मान्यता कभी भी रद्द की जा सकती है। राज्य सरकार की लापरवाही ने इस संस्थान को बर्बादी के रास्ते पर लाकर खड़ा किया है।