
पश्चिमी सिंहभूम, 15 सितंबर। स्थापना के 24 वर्ष बाद चाईबासा चेंबर में नेतृत्व को लेकर जारी विवाद के बीच सोमवार को नवनियुक्त अध्यक्ष अनुप कुमार सुल्तानिया ने शपथ ग्रहण कर कार्यभार संभाल लिया। समारोह में चाईबासा चेंबर के संस्थापकों और पूर्व पदाधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
मौके पर अनुप कुमार सुल्तानिया ने कहा कि चाईबासा चेंबर 2001 में स्थापित किया गया था और यह संस्था आगे भी हमारे नेतृत्व में ही चलेगी। उन्होंने पूर्व कार्यसमिति की ओर से संस्थापकों को सदस्यता से निष्कासित करने के निर्णय को निंदनीय और चेंबर के इतिहास पर कलंक बताया। सुल्तानिया ने कहा कि कोई भी हमारी संस्था और उसकी संपत्ति पर कब्जा नहीं कर सकता। यदि किसी ने प्रयास किया तो उसे माकूल जवाब मिलेगा।
समारोह में प्रथम अध्यक्ष विमल सर्राफ, अनुप कुमार सुल्तानिया, एफजेसीसीआई के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विकास चंद्र मिश्रा, प्रदीप कुमार सिंह, जयप्रकाश मुंदड़ा, सुनील दोदराजका और दीपक शर्मा शामिल हुए। अतिथियों का स्वागत प्रदीप कुमार सिंह ने किया। इसके बाद विमल सर्राफ और विकास चंद्र मिश्रा को बुके और सम्मान चिह्न देकर अभिनंदन किया गया।
शपथ ग्रहण के दौरान अध्यक्ष अनुप कुमार सुल्तानिया को प्रमाण पत्र और चेंबर का संविधान दिया गया। उपाध्यक्ष पद पर जयप्रकाश मुंदड़ा और सुनील दोदराजका, सचिव दीपक शर्मा, संयुक्त सचिव विमान कुमार पाल और मनोज जिंदल, कोषाध्यक्ष जितेंद्र मद्धेशिया ने शपथ ली। वहीं कार्यकारिणी के सदस्यों में विमल सर्राफ, प्रदीप कुमार सिंह, संजय दोदराजका, गोपेश प्रधान, दिलीप शर्मा, मनीष कुमार सिंह, आशीष पांडे, श्याम सुंदर मोहता, निकेश सिंघानिया और रितेश कुमार उर्फ पिंटू को पद की शपथ दिलाई गई।








