भोपाल, 12 जून। जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सीआरपीएफ जवान कबीर दास उईके बलिदान हो गए। मंगलवार रात 8 बजे कठुआ जिले के हीरानगर स्थित सैदा सुखल गांव में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें गोली लगने से वे घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार सुबह उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को उनके पैतृक गांव में होगा। उनके निधन की खबर से गांव में शोक की लहर है।
बलिदानी 35 वर्षीय कबीर दास मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की बिछुआ तहसील के ग्राम पुलपुलडोह के रहने वाले थे। वे 2011 में बतौर कॉन्स्टेबल सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। उनकी चार साल पहले शादी हुई थी। परिवार में उनकी मां इंदरवति उईके, पत्नी ममता उईके और छोटा भाई है और दो बहनों की शादी हो चुकी है। पिता का निधन हो चुका है।
शहीद की मां इंदरवति उईके ने बताया कि आठ दिन पहले ही 20 दिन की छुट्टी के बाद वे ड्यूटी पर लौटे थे। उनकी पोस्टिंग भोपाल में होने वाली थी लेकिन इससे पहले ही उनके निधन की खबर आ गई। कबीर चार भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। उनसे छोटे भाई खेती करते हैं। उनकी अभी शादी नहीं हुई है। मुख्य तौर पर कबीर के वेतन पर पूरा परिवार आश्रित रहता था। परिवार के पास करीब छह एकड़ ही खेती है। कबीर के निधन की खबर मिलने के बाद छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू और महापौर विक्रम अहाके उनके घर पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाया।
उधर, छिंदवाड़ा से पूर्व सांसद नकुलनाथ ने शोक व्यक्त करे हुए ट्वीट किया, ”देशसेवा में आपके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान का देश सदैव ऋणी रहेगा। समस्त छिंदवाड़ा वासियों को आप पर गर्व है।”