चित्तौड़गढ़, 7 सितंबर। जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में गत दिनों खोले गए भंडार से निकली चढ़ावा राशि की गणना जारी है। अब तक चौथे चरण तक की गणना में 15 करोड़ 64 लाख रुपए निकले हैं। वहीं शेष चढ़ावा राशि की गणना अब शनिवार को की जाएगी। एक सितम्बर को भगवान श्री सांवलिया सेठ का भंडार खोला गया था। भंडार से निकली चढ़ावा राशि की गणना के प्रथम चरण से 08 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई थी।
दूसरे चरण में बुधवार को 04 करोड़ तथा गुरुवार को की गई गणना में ठाकुरजी के भंडार से 01 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई। शुक्रवार को चौथे चरण की गणना की गई। चौथे चरण की गणना में ठाकुरजी के भंडार से 02 करोड़ 64 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई। चारों चरणों में की गई गणना में इस माह अब तक कुल 15 करोड़ 64 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई। शुक्रवार को गणना करने के बाद भी भंडार से प्राप्त सम्पूर्ण राशि की गणना नहीं हो पाई। शेष बची राशि की गणना शनिवार को पांचवें चरण के रूप में की जाएगी।
शुक्रवार को चौथे चरण की गणना श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी व चित्तौड़गढ़ अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार, लेखाधिकारी राघव शर्मा, मन्दिर बोर्ड के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर, सदस्य संजय कुमार मण्डोवरा, अशोक शर्मा, भैरूलाल जाट, श्रीलाल कुलमी, भैरूलाल सोनी, प्रशासनिक अधिकारी प्रथम घनश्याम जरवाल, प्रशासनिक अधिकारी द्वितीय नन्दकिशोर टेलर, सम्पदा व सुरक्षा प्रभारी भैरूगिरी गोस्वामी, संस्थापन प्रभारी लेहरी लाल गाडरी, मन्दिर प्रभारी राजेंद्र शर्मा, सहायक सुरक्षा प्रभारी हरलाल गुर्जर सहित मंदिर मंडल तथा क्षेत्रीय बैंकों के कर्मचारी मौजूद थे। साथ ही ठाकुरजी के भंडार से निकले सोना तथा चांदी का वजन करना भी शेष रहा। इधर, श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल भेंट कक्ष कार्यालय में नगद व मनीआर्डर के रूप में प्राप्त राशि की गणना तथा भेंट स्वरूप प्राप्त सोना तथा चांदी का वजन करना भी शेष रहा।
मेले की भी चल रही तैयारियां
इधर, आगामी दिनों में जलझूलनी एकादशी को होने वाले श्री सांवलियाजी के मेले को लेकर तैयारियां जारी है। वहीं अधिकारी भी तैयारियों पर नजर रखे हुवे हैं। मेले के मुख्य दिवस विशाल रथयात्रा निकाली जानी है। चांदी के रथ में भगवान को बिराजमान करवा कर सरोवर स्नान के लिए लेकर जाएंगे। ऐसे में रथ का रख रखवा किया गया। मंदिर प्रभारी राजेंद्र शर्मा की मौजूदगी में रख रखाव का कार्य जारी है।